Jammu Ring Road : पंद्रह दिसंबर को मिल सकता है जम्मू रिंग रोड का तोहफा, गडकरी कर सकते हैं उद्धाटन
रिंग रोड से शहर में होने वाले वाहनों का प्रदूषण तो कम होगा ही शहर में जाम में भी कमी आएगी। इसके अलावा रिंग रोड जम्मू के 54 जबकि सांबा के छह गांवों को गांवों से गुजर रहा है और इसका सीधा लाभ उन गांवों के लोगों को भी मिलेगा।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू के लोगों को इसी महीने रिंग रोड का तोहफा मिल सकता है। 58 किलोमीटर लंबे इस रिंग रोड का उद्धाटन भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पंद्रह दिसंबर को कर सकते हैं और उद्धाटन की डेडलाइन को देखते हुए रिंग रोड के निर्माण में लगी एजेंसी तेज गति के साथ दिन रात काम करने में जुट गई है।
जम्मू के राया मोड़ से होते हुए रिंग रोड पट्टी, बड़ी ब्राह्मणा, मरालियां, मीरा साहिब, ललेयाल, अलोरा, सौंहाजना, घौ मन्हासां, करलूप, कंगरेल, भलवाल, कोट खेरी से जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग जगटी पर निकला। हालांकि रिंग रोड की एक आठ किलोमीटर की स्ट्रेच का उद्धाटन प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्री जितेंद्र सिंह पहले कर चुके हैं लेकिन अब भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी इस पूरे प्रोजेक्ट का उद्धाटन करने पहुंच रहे हैं।
इस चार लेन वाले रिंग रोड पर आठ बड़े और 101 छोटे पुल बनाए गए हैं जबकि इसके अलावा 308 पुलियां, दो बड़े फ्लाई ओवर, पांच मोटर अंडरपास और आठ पैदल चलने वालों के लिए पास बनाए गए हैं। यह रिंग रोड निक्की तवी और बड़ी तवी को पार कर निकल रहा है और इसके अलावा 42 छोटे नाले भी रिंग रोड बिना किसी रोक के पार कर रहा है।
इस रोड के चलने से शहर में होने वाले वाहनों का प्रदूषण तो कम होगा ही, शहर में जाम में भी कमी आएगी। इसके अलावा रिंग रोड जम्मू के 54 जबकि सांबा के छह गांवों को गांवों से गुजर रहा है और इसका सीधा लाभ उन गांवों के लोगों को भी मिलेगा। इनमें अधिकतर वे गांव हैं जो पहले सीधे संपर्क मार्ग से नहीं जुड़े थे लेकिन इस रोड के चलने से इन गांवों का सीधा संपर्क अब दूसरे शहरों व कस्बों के साथ हो जाएगा।
जम्मू में रिंग रोड बनाए जाने की प्रकि्रया 2017 में शुरु हुई थी जबकि इसका नींव पत्थर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखा था। रिंग रोड के निर्माण पर 2,024 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत बताई जा रही है। इस रोड को जगटी के साथ जोड़ने के लिए दो फोर लेन टनल भी बनाई गई हैं।