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आधुनिकता के दौर में अभी भी पुरानी तकनीक से सुरक्षा व्यवस्था संभाल रही रेलवे पुलिस

जम्मू रेलवे स्टेशन में लगे सीसीटीवी कैमरे केवल एक ही स्थान पर फोकस करते हैं, इनमें रोटेट करने की सुविधा नहीं है। इसके अलावा इन कैमरों में नाइट विजन डिवाइस नहीं लगे हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 10:35 AM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 10:35 AM (IST)
आधुनिकता के दौर में अभी भी पुरानी तकनीक से सुरक्षा व्यवस्था संभाल रही रेलवे पुलिस
आधुनिकता के दौर में अभी भी पुरानी तकनीक से सुरक्षा व्यवस्था संभाल रही रेलवे पुलिस

जम्मू, दिनेश महाजन। देश के माॅडल स्टेशन में शूमार जम्मू रेलवे स्टेशन में सुरक्षा बंदोबस्त को लेकर रेलवे प्रबंधन कितना सक्रिय है, इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि घोषणा के कई वर्ष बाद में जम्मू रेलवे स्टेशन में आधुनिक तकनीक से लैस सीसीटीवी कैमरे नहीं लग पाए है। रेलवे स्टेशन में वर्ष 2008 में सोलह सीसीटीवी कैमरे रेलवे प्रबंधन ने लगाए थे। समय के साथ रेलवे स्टेशन का दायर बढ़ता गया, लेकिन उस हिसाब से पर्याप्त सुरक्षा उपकरण नहीं लग पाए हैं। आलम यह है कि पार्किग स्थल, बस स्टैंड, आटो स्टैंड, मुख्य बाजार, अधिकारियों के कार्यालय, यार्ड, सिक लाइन, मुख्य प्रवेश द्वारों जैसे अहम स्थलों में इन कैमरों की रेंज में नहीं आते। ऐसे में जम्मू रेलवे स्टेशन की सुरक्षा में आसानी से सेंध लग सकती है। जम्मू रेलवे स्टेशन की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स तथा जनरल रेलवे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी दावा है कि जम्मू रेलवे स्टेशन में आधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बना कर रेलवे बोर्ड तथा पुलिस मुख्यालय को भेज दिया गया है। जैसे ही वहां से मंजूरी मिल जाएगी स्टेशन में कैमरे लगाने का काम शुरू हो जाएगा।

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पुरानी तकनीक है सीसीटीवी कैमरे

जम्मू रेलवे स्टेशन में लगे सीसीटीवी कैमरे केवल एक ही स्थान पर फोकस करते हैं, इनमें रोटेट करने की सुविधा नहीं है। इसके अलावा इन कैमरों में नाइट विजन डिवाइस नहीं लगे हैं। शाम होते ही रोशनी कम होने पर यह कैमरे काम करना बंद कर देते हैं। स्टेशन परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे केवल प्लेटफार्म तथा विश्राम गृह तक ही सीमित हैं। सुरक्षा के लिहाज से अति संवेदनशील जम्मू रेलवे स्टेशन के काफी हिस्से में चारदीवारी के बजाए कंटीले तार ही लगाए गए हैं। तारबंदी को काट कर कई ऐसे रास्ते हैं, जहां से रेलवे स्टेशन में घुसा जा सकता है। सबसे बुरा हाल रेलवे स्टेशन का इंडियन ऑयल डिपो की ओर जाने वाला मार्ग है। यहां रेलवे का गुड्स गोदाम तथा सिक लाइन है। करीब एक किलोमीटर लंबी बाउंड्री लगभग खुली हुई है। इसी प्रकार वाशिंग लाइन से लेकर प्लेटफार्म तक से अंदर घुसा जा सकता है।

सिग्नल एंड ट्रैफिक के जिम्मे है सीसीटीवी कैमरे लगाना

रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के असिस्टेंट कमांडेंट जेके कुंडल का कहना है कि जम्मू रेलवे स्टेशन में नए सीसीटीवी कैमरे तथा अन्य सुरक्षा उपकरण लगाने का प्रस्ताव बना कर सिग्नल एंड ट्रैफिक विभाग के पास लंबित पड़ा हुआ है। जैसे ही उन्हें नए सीसीटीवी कैमरे तथा अन्य सुरक्षा उपकरण मिल जाएंगे, उनका प्रयोग रेलवे स्टेशन में सुरक्षा को पुख्ता करने में किया जाएगा।

दो आतंकी हमले झेल चुका है जम्मू रेलवे स्टेशन

रेलवे स्टेशन सुरक्षा के लिहाज से हमेशा ही संवेदनशील रहा है। वर्ष 2001 तथा दो जनवरी 2004 में आतंकी दो बार जम्मू रेलवे स्टेशन में हमला कर चुके हैं। ऐसे में सीसीटीवी कैमरों की भूमिका अहम है।

रेलवे बोर्ड के पास है प्रस्ताव

फिरोजपुर डिवीजन के डिवीजनल सिग्नल इंजीनियर रोहित कुमार ने बताया कि जम्मू रेलवे स्टेशन में आधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड के पास भेजा गया है। जैसे ही उसके लिए धनराशि मंजूर हो जाएगी तो उसी समय कैमरे लगाने का काम शुरू हो जाएगा।


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