Kishtwar Terror Attack: भाजपा-संघ नेताओं की हत्या में शामिल चौथा आतंकी भी काबू, पूछताछ में अपना जुर्म कुबूला
तीन आतंकियों के पकड़े जाने के बाद भागने की बजाए तारिक घर में छिप गया था क्योंकि सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेरा था। घर की तलाशी के दौरान भी कुछ अहम सुराग मिले हैं।
किश्तवाड़, संवाद सहयोगी। जम्मू संभाग के किश्तवाड़ में भाजपा के पूर्व प्रदेश सचिव अनिल परिहार और आरएसएस कार्यकर्ता चंद्रकांत शर्मा समेत चार लोगों की हत्या में शामिल चौथा आतंकी भी पकड़ा गया। इससे पूर्व 23 सितंबर को आतंकी संगठन हिजुबल मुजाहिदीन के तीन आतंकी पकड़े गए थे। चौथे आतंकी ने गहन पूछताछ में अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। पुलिस ने वीरवार को उसे कोर्ट में पेशकर पांच दिन के रिमांड पर ले लिया। उसकी पहचान तारिक हुसैन गिरी निवासी पुषाल के रूप में हुई है। तारिक की हायर सेकेंडरी स्कूल के पीछे दुकान भी है। वहीं से वह आतंकी गतिविधियां चलाता था। इससे पहले सेना व पुलिस संयुक्त ऑपरेशन में हिज्ब आतंकी आजाद हुसैन, नासिर शेख, और नौशाद को गिरफ्तार कर चुकी है।
तारिक भी चारों हत्याओं में आतंकियों का साथ देने में शामिल था। वारदातों को करने के बाद तारिक आतंकियों को घर में शरण दी थी। पुलिस ने इस केस को पूरी तरह से सुलझा लिया है। सूत्रों के अनुसार सेना व पुलिस की टीम ने आतंकी तारिक को उसके घर से काबू किया। वह साथी तीन आतंकियों के पकड़े जाने के बाद भागने की बजाए घर में छिप गया था क्योंकि सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेरा था। घर की तलाशी के दौरान भी कुछ अहम सुराग मिले हैं। पुलिस के आला अधिकारियों ने इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं।
बाकी बचे आतंकियों में खलबली मची : संवेदनशील किश्तवाड़ में सेना और पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन के बाद बाकी बचे आतंकियों में खलबली मची हुई है। आतंकी ओसामा बिन जावेद, हारून बानी, नावेद शाह व साजिद का कहीं कोई पता ठिकाना नहीं लग रहा है। सुरक्षाबलों को पूरी उम्मीद है कि सभी आतंकी ज्यादा देर तक दूर नहीं जा सकते। वे आसपास के इलाकों में छिपे हैं। 14 सितंबर को पीडीपी नेता एडवोकेट नासिर हुसैन के अंगरक्षक से आतंकवादियों द्वारा राइफल छीनने के बाद सेना-पुलिस ने अपने संयुक्त अभियान को रणनीति बनाकर चला चार आतंकियों को काबू किया है।