Sarore Toll Plaza: सरोर टोल प्लाजा विवाद सुलझा, तीन घंटे बाद खुला जम्मू-पठानकोट हाइवे
प्रदर्शनकारियों द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग को दोनों ओर से बंद कर दिए जाने से जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों ओर से वाहनों का लंबा जाम लग गया है।
जम्मू, जेएनएन। जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित सरोर टोल प्लाजा में मिनी बस चालकों और कर्मियों के बीच टोल पर्ची को लेकर बना विवाद तीन घंटे बाद सुलझ गया। माैके पर पहुंचे अडिशनल डीसी विकास गुप्ता, अडिशनल एसपी फजल कुरैशी, एसडीएम विजयपुर चंद्र प्रकाश ने प्रदर्शन करे मिनी बस चालकों व स्थानीय लोगों को यकीन दिलाया कि वह इस बारे में नेशनल हाइवे एथारिटी आफ इंडिया के अधिकारियों से बात करेंगे। अधिकारियों के इस आश्वासन के बाद बस चालकों व लोगों ने धरना उठा लिया, जिसके बाद हाइवे वाहनों के लिए खोल दिया। तीन घंटे तक लगा वाहनों का लंबा जाम खुलने से लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि वाहनों की आवाजाही सुचारू होने में भी एक घंटे से अधिक समय लग गया।
इस मामले ने उस समय तूल पकड़ा जब वियजपुर और बड़ी-ब्राह्मणा मिनी बस चालक रोजमर्रा की तरह टोल प्लाजा पहुंचे। इस दौरान मिनी बस चालक और टोल कर्मियों के बीच पर्ची को लेकर विवाद पैदा हो गया। मिनी बस चालकों का कहना है कि यह पहला मौका नहीं है जब पर्ची कटवाने को लेकर कर्मियों ने उनके साथ बहस की। कर्मी अकसर पर्ची को लेकर मनमानी करते रहते हैं। टोल कर्मियों ने जब बस चालकों से पर्ची के अधिक पैसे काटे तो बहसबाजी शुरू हो गई। बहस ने विवाद का रूप ले लिया। बस चालकों ने इसकी शिकायत यूनियन से की। यूनियन के समर्थन में स्थानीय लोग भी सड़कों पर उतर आए। सुबह मिनी बस चालक व स्थानीय लोगों ने टोल प्लाजा के समीप सड़क पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्रशासन के कानों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए गुस्साए चालकों व लोगों ने दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही बंद कर दी। हालांकि इस दौरान स्कूल जाने वाले वाहनों को जाने दिया गया। जम्मू-पठानकोट हाइवे पर वाहनों का लंबा जाम लग गया और गाड़ियों में बैठे यात्रियों को इसकी वजह से काफी परेशानी झेलनी पड़ी। विवाद की जानकारी मिलते ही अडिशनल डीसी विकास गुप्ता, अडिशनल एसपी फजल कुरैशी, एसडीएम विजयपुर चंद्र प्रकाश मौके पर पहुंच गए। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर विवाद को सुलझाने का प्रयास किया परंतु मिनी बस चालक व लोगों ने बताया कि टोल प्लाजा कर्मी अकसर उनके साथ पर्ची को लेकर बतमीजी करते हैं। यही नहीं पिछले धरना-प्रदर्शनों के बाद प्रशासन ने जो शर्तें लागू की थी, उनका भी पालन नहीं किया जा रहा है। कर्मी मनमर्जी से किराया वसूल रहे हैं।
अधिकारियों ने लोगों को यकीन दिलाया कि वह इस बारे में एथारिटी से बात करेंगे और विवाद का स्थायी समाधान निकाला जाएगा। अधिकारियों के इस आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त किया और वाहनों की आवाजाही करीब तीन घंटे बाद फिर से बहाल हो पाई।