Jammu: मकान बचाने के लिए लोगों ने हाथ में तिरंगा लेकर निकाली रैली, कहा- रसूखदारों से छुड़ाई जाए सरकारी भूमि
सरकारी जमीन पर बने अपने मकान सरकार द्वारा गिराने से बचाने के लिए सुंजवां और भठिंडी के लोगों ने सोमवार को हाथ में तिरंगा लेकर रैली निकाली। बारिश होने के बावजूद भी इस रैली में दोनों इलाकों के सैकड़ों लोग शामिल हुए। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, जम्मू: सरकारी जमीन पर बने अपने मकान नहीं गिराने की गुहार लगाते हुए सुंजवां और भठिंडी के लोगों ने सोमवार को हाथ में तिरंगा लेकर रैली निकाली। इस दौरान बारिश भी हो रही थी, लेकिन फिर भी इस रैली में दोनों इलाकों के सैकड़ों लोग शामिल हुए।
रैली में शामिल लोग मुख्य बाजार में पहुंच गए, जहां से वे नरवाल बाईपास की ओर जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। इससे नाराज होकर लोगों ने वहीं प्रदर्शन शुरू कर दिया।
घर बनाने में लगी सारी जमा पूंजी
लोगों का कहना था कि वे यहां कई वर्ष से रह रहे हैं, इसलिए सरकार उनके मकान नहीं गिराए। प्रदर्शन में शामिल लोगों का कहना था कि सरकार को उन लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए, जिन्होंने बड़े स्तर पर सरकारी जमीन पर कब्जा किया है।
आम लोगों ने तो इस जमीन पर सिर्फ रहने के लिए मकान बनाए हैं। इसमें उनकी कुल जमा पूंजी लग गई। इसलिए यदि सरकार ने उनके मकान गिरवा दिए तो वे कहां रहेंगे।
सरकार ने बेघर किया तो वे सड़क पर उतरेंगे
लोगो ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने पांच-सात मरला जमीन पर घर बनाए हैं, सरकार को उनको रियायत देनी चाहिए। इस दौरान प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, जिनसे लोगों ने अपना दुखड़ा सुनाया। लोगों का कहना था कि वे शांतिपूर्वक अपनी आवाज प्रशासन तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
अगर सरकार ने उन्हें बेघर किया तो वे अपने पूरे परिवार के साथ सड़क पर उतरेंगे। उन्होंने बठिंडी और सुजवां में बनी आम लोगों की कालोनियों को नियमित करने की मांग की।
भाजपा सांसद ने लोगों का साथ देने का दिया आश्वासन
भठिंडी और सुंजवां इलाके के लोगों के प्रदर्शन की सूचना मिलने पर भाजपा सांसद गुलाम अली खटाना भी बठिंडी पहुंचे। उन्होंने लोगों को बताया कि यह आदेश कोर्ट के निर्देश के बाद जारी हुए हैं, लेकिन उनकी पार्टी आम लोगों के साथ है। खटाना ने लोगों से अपील की कि वे धैर्य रखें। सरकार उनके बारे में जरूर कुछ सोचेगी।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। उनका कहना था कि सरकार ऐसे लोगों से अपनी जमीन वापस ले, जिन्होंने बड़े-बड़े मैदान व प्लाट पर कब्जे किए हुए हैं, लेकिन जिन लोगों के छोटे-छोटे घर बनाए हैं, उनको तंग नहीं किया जाए। बठिंडी यह प्रदर्शन दिनभर प्रदर्शन जारी रहा और वहां बाजार भी पूरी तरह बंद रहे।