जागरण संवाददाता, जम्मू: बड़ी ब्राह्मणा में आए दिन ट्रेन की चपेट में आने की घटनाएं होती रहती हैं। इन हादसों को रोकने के लिए रेलवे अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं ढूंढ पाया है। वीरवार को दर्जनों भेड़ों को पटरी पार करवाते समय एक बक्करवाल की नवयुग एक्सप्रेस की चपेट में आने से मौत हो गई।
उसकी पहचान अंजर निवासी तलवाड़ा, जिला रियासी के रूप में हुई है। वह इन दिनों बड़ी ब्राह्मणा इलाके में ही रह रहा था। बुधवार देर रात भी जम्मू से दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस की चपेट में आने से पटरी पार कर रहे एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। उसकी पहचान नहीं पाई है।
बाड़ी ब्राह्मणा की ओर से आ रही थी ट्रेन
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह हादसा वीरवार को दोपहर 12 बजे के करीब हुआ। बाड़ी ब्राह्मणा में अंजर अपनी भेड़ें चरा रहा था। कई भेड़ें पटरी के बीच में घास चर रही थी। इसी बीच जम्मू रेलवे स्टेशन से बाड़ी ब्राह्मणा की ओर ट्रेन आती नजर आई तो वह जल्दी-जल्दी भेड़ों को पटरी के उस पार भेजने का प्रयास करने लगा।
ट्रेन जब काफी नजदीक आ गई, तब भी उसकी कुछ भेड़ें पटरी के बीच में थीं, जिनको वह जल्दी-जल्दी निकालने का प्रयास कर रहा था, लेकिन तभी वह नवयुग एक्सप्रेस की चपेट में आ गया।
ट्रेक पर बिखरे भेड़ों के टुकड़े
अंजर ने अपनी जान देकर तीन दर्जन से ज्यादा भेड़ों की जिंदगी बचा ली, लेकिन फिर भी 20 भेड़ों को वह नहीं बचा पाया। टैक पर भेड़ों के टुकड़े बिखर गए थे। बाड़ी ब्राह्मणा रेलवे पुलिस ने अंजर के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिवार को सौंप दिया।
जीआरपी बाड़ी ब्राह्मणा के एसएचओ रंजीत सिंह के अनुसार हादसे के समय वहां पुलिस कर्मी मौजूद थे, जो लगातार सीटी बजाकर अंजर को रेलवे पटरी से हटने के लिए कह रहे थे, लेकिन वह अपनी भेड़ों को ट्रेन की चपेट में आने से बचाने की कोशिश में लगा रहा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे पुलिसकर्मी के निर्देश पर ही पटरी पार करें।