Jammu Municipal Corporation: शहर से पकड़े आवारा मवेशियों को बंधुरख में रखेगा नगर निगम
डोगरा हाल में स्थित कैटल पांड में जम्मू नगर निगम के पास 60 के करीब मवेशियों को ही रखने की जगह है।निगम की टीमें शहर से रूटीन में मवेशियों को ही पकड़ती हैं। कैटल पांड में मवेशियों की जितनी संख्या कम रहेगी उतने मवेशियों को भी पकड़ा जाता है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : दुर्घटनाओं का सबब बनने वाले आवारा मवेशियों को पकड़ने की प्रक्रिया में आने वाले दिनों में तेजी आएगी। जम्मू नगर निगम शहर के बंधुरख इलाके में मवेशियों को रखने के लिए शेड का निर्माण कर रहा है। जल्द ही इस काम को पूरा कर लिया जाएगा। डोगरा हाल के बाद अब बंधुरख में भी मवेशियों को रखा जा सकेगा। जगह की कमी के चलते पहले जम्मू नगर निगम कम मवेशियों को ही पकड़ता था।
मेयर चंद्र मोहन गुप्ता ने वीरवार को शहर के साथ लगते बंधुरख इलाके में नगर निगम की जमीन पर हो रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया। उन्हाेंने पूरे कम्पलेक्स का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों से जानकारी हासिल की। म्यूनिसिपल वेटनरी आफिसर डा. सुशील शर्मा ने उन्हें बताया कि शहर में आवारा मवेशियों की संख्या कम करने के लिए उन्हें रखने के लिए और जगह की जरूरत है। मेयर ने मौके पर ही इंजीनियरों को निर्देश दिए कि वे जल्द शेड के निर्माण कार्य को पूरा करें। मेयर के साथ एइइ अशोक कुमार शार्म, एई राकेश वर्मा समेत अन्य तकनीकी अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे।
मेयर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे घोड़ों, गायों के लिए अस्थायी ढांचे तैयार करें। इसके अलावा उन्होंने कचरा निस्तारण युनिट, गहरी नालियों का निर्माण करने ताकि गंदे पानी की निकासी में कोई दिक्कत न हो, के भी निर्देश दिए। उन्होंने शौचालय, कमरे का निर्माण व अन्य निर्माण कार्य का भी जायजा लिया और इन्हें निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस जगह को जोड़ने वाले करीब एक किलोमीटर रोड के निर्माण बारे लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से बात करें। चीफ इंजीनियर से पहले ही बात हो चुकी है। उन्होंने अपनी बिजली विंग के अधिकारियों को कम्पलेक्स में हाईमास्ट लाइट और स्ट्रीट लाइटें लगाने के भी निर्देश दिए।
60 मवेशी रखने की ही जगह: डोगरा हाल में स्थित कैटल पांड में जम्मू नगर निगम के पास 60 के करीब मवेशियों को ही रखने की जगह है। इस कारण निगम की टीमें शहर से रूटीन में चार-पांच मवेशियों को ही पकड़ती हैं। कैटल पांड में मवेशियों की जितनी संख्या कम रहेगी, उतने मवेशियों को भी पकड़ा जाता है। ऐसे में शहर में सैकड़ों की संख्या में घूम रहे मवेशियों को पकड़ना निगम के लिए चुनौती थी। इन मवेशियों को पकड़ने के बाद मालिक से जुर्माना वसूल कर इन्हें छाेड़ दिया जाता है।
नगरोटा में बन रहा कैटल पांड: म्यूनिसिपल वेटनरी आफिसर डा. सुशील शर्मा ने बताया कि नगरोटा के पंजग्राईं में स्थायी कैटल पांड व गौशाखा का निर्माण जारी है। इसमें अभी समय लगेगा। जब तक वहां कैटल पांड नहीं बन जाता, बंधुरख में मवेशियों को रखने की व्यवस्था की जा सकती है। इससे मवेशियों को पकड़ने की प्रक्रिया तेज होगी। जुर्माना बढ़ेगा और सड़कों पर इनकी संख्या कम होने से हादसों पर भी अंकुश लगेगा।