Move to Jagran APP

जम्मू नगर निगम जगती में बनाएगा आधुनिक कैटल पाउंड, प्रशासन ने 97.11 कनाल जमीन सौंपी

जम्मू नगर निगम के पास पहले दो कैटल पांड हुआ करते थे। एक कैटल पांड गांधीनगर के मेनस्टाप में था। इसे निगम ने कुछ वर्ष पहले बंद कर दिया।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 06 Jun 2019 12:58 PM (IST)Updated: Thu, 06 Jun 2019 12:58 PM (IST)
जम्मू नगर निगम जगती में बनाएगा आधुनिक कैटल पाउंड, प्रशासन ने 97.11 कनाल जमीन सौंपी
जम्मू नगर निगम जगती में बनाएगा आधुनिक कैटल पाउंड, प्रशासन ने 97.11 कनाल जमीन सौंपी

जम्मू, अंचल सिंह। शहर के बाहरी क्षेत्र जगती में आधुनिक कैटल पांड बनाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए जिला प्रशासन ने नगर निगम को 97.11 कनाल जमीन सौंप दी है। इसके लिए निगम के अधिकारी हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड का दौरा कर वहां बनाए गए कैटल पांड का निरीक्षण करेंगे और फिर उनकी तर्ज पर जम्मू में कैटल पांड बनाया जाएगा।

loksabha election banner

नगर निगम की इस कार्यवाही में हाईकोर्ट की डिवीजन बैंच के निर्देश अहम हैं। हाईकोर्ट ने निर्देश दिए हैं कि निगम बिना देरी इस दिशा में काम शुरू करे। इसके लिए तीन जुलाई 2019 तक का समय निर्धारित किया गया। निगम के अधिकारी विभिन्न राज्यों का दौरा करने के बाद शहर में तैयारी पर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। निगम यहां ऐसा कैटल पांड बनाना चाहता है, जिसमें मवेशियों के रखरखाव के अलावा छोटा सा अस्पताल, पानी समेत लोगों के आकर्षण के लिए विभिन्न इंतजाम हों। निगम के वेटनरी आफिसर इसी माह उक्त तीनों राज्यों के दौरे पर जाएंगे और वहां के कैटल पांड का निरीक्षण करते हुए रिपोर्ट तैयार करेंगे। फिलहाल निगम के पास डोगरा हाल में एक कैटल पांड है जिसमें मवेशियों को रखने के लिए पर्याप्त जगह नहीं।

सड़कों पर पांच हजार मवेशी

शहर व उसके आसपास के इलाकों में सड़कों पर रोजाना करीब पांच हजार मवेशी घूमते हैं। ऐसा नहीं है कि इन मवेशियों का कोई वारिस न हो। बहुत से लोग इन्हें दूध दोहने के बाद घरों से निकाल देते हैं। शहरों में मवेशियों को चरने के लिए खुली जगह नहीं मिलती तो वे सड़कों पर आ जाते हैं। यही मवेशी कई बार हादसें का सबब बनते हैं। इससे पहले केरन के नजदीक कैटल पांड के लिए जमीन देखी गई थी। सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए टीम ने इस जमीन को कैटल पांड के लिए उचित नहीं बताया। अब नगरोटा में दूसरी जगह चिन्हित की गई है।

फिलहाल एक ही कैटल पांड

जम्मू नगर निगम के पास पहले दो कैटल पांड हुआ करते थे। एक कैटल पांड गांधीनगर के मेनस्टाप में था। इसे निगम ने कुछ वर्ष पहले बंद कर दिया। इस जमीन को फिलहाल एक रिटायर्ड अधिकारी को अलॉट कर दिया गया है। दूसरा कैटल पांड डोगरा हॉल में है। वहां निगम करीब सौ मवेशियों को ही रख सकता है। रुटीन में यहां मवेशियों को पकड़ कर लाया जाता है। लोग जुर्माना देने के बाद इन मवेशियों को छुड़ा ले जाते हैं। निगम पकड़े गए मवेशियों के एवज में जुर्माना और चारे का भाड़ा इनके मालिकों से वसूलते हुए इन्हें छोड़ देता है।

97.11 कनाल भूमि जिला प्रशासन ने दी

कैटल पांड के लिए नगरोटा के जगती में 97.11 कनाल जमीन जिला प्रशासन ने दी है। डिवीजनल कमिश्नर के हस्तेक्षप और दिलचस्पी से यह कैटल पांड बनने जा रहा है। डीबी के निर्देशों पर हरियाणा, पंजाब व उत्तराखंड का दौरा कर वहां की गौशालाएं व कैटल पांड देखेंगे। इनसे भी बेहतर कैटल पांड जम्मू में बनाने के लिए काम किया जाएगा। अगले महीने इस संबंध में रिपोर्ट कोर्ट में पेश करनी है। - डॉ. जफर इकबाल, म्यूनिसिपल वेटनरी ऑफिसर, जम्मू

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.