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जम्मू नगर निगम ने की ई-कचरे से निपटने की तैयारी, 11 ई-कचरा संग्रह केंद्र बनाए

जम्मू नगर निगम व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर में नौ स्थानों पर ई-कचरा संग्रह केंद्र स्थापित किए हैं जहां लोग ई-कचरा जमा करवा सकते हैं। शहर के गंग्याल नरवाल कर्ण मार्केट गुलाब सिंह रोड और पनामा चौक में यह ई-कचरा संग्रह केंद्र बनाए गए हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Wed, 17 Aug 2022 06:08 PM (IST)Updated: Wed, 17 Aug 2022 06:08 PM (IST)
जम्मू नगर निगम ने की ई-कचरे से निपटने की तैयारी, 11 ई-कचरा संग्रह केंद्र बनाए
जम्मू नगर निगम ने भी ई-कचरा निस्तारण के नियमों का सख्ती से पालन शुरू करवाने के लिए कदम बढ़ाए हैं।

जम्मू, अंचल सिंह। इलेक्ट्रानिक क्रांति ने बेशक मानव जीवन को सुख-सुविधाओं से परिपूर्ण किया हो लेकिन इससे पैदा होने वाला ई-कचरा पर्यावरण के लिए खतरा बनता जा रहा है। इसी खतरे को भांपते हुए जहां केंद्र सरकार सक्रिय हुई है तो वहीं जम्मू-कश्मीर में भी ई-कचरे को लेकर गंभीरता दिखाई जाने लगी है। इसी कड़ी में जम्मू नगर निगम ने भी ई-कचरा निस्तारण के नियमों का सख्ती से पालन शुरू करवाने के लिए कदम बढ़ाए हैं।

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जम्मू नगर निगम व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर में नौ स्थानों पर ई-कचरा संग्रह केंद्र स्थापित किए हैं जहां लोग ई-कचरा जमा करवा सकते हैं। शहर के गंग्याल, नरवाल, कर्ण मार्केट, गुलाब सिंह रोड और पनामा चौक में यह ई-कचरा संग्रह केंद्र बनाए गए हैं। इतना ही नहीं दो ई-कचरा संग्रह केंद्र श्रीनगर में भी बनाए गए हैं। ई-वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स, 2016 के अंतर्गत कुछ एजेंसियों को निगम से जोड़ा गया है जो कचरे का संग्रह और परिवहन करेंगी। निगम लोगों से ई-कचरे को यहां-वहां न फेंक इन्हीं एजेंसियों को सौंपने के लिए जागरुक करने की प्रक्रिया में जुट गया है।

कंप्यूटर, रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर, सेल्यूलर फोन, वाशिंग मशीन, कैमरा आदि इलेक्ट्रानिक उपकरणों के निर्माण ने मानव सभ्यता को नया आयाम दिया है, पर आज बढ़ी संख्या में खराब होने वाली इन्हीं इलेक्ट्रानिक वस्तुओं के अम्बार ने ई-कचरा के रूप में एक नई पर्यावरणीय समस्या को जन्म दिया है। काफी मात्रा में भारी धातुएं एवं अन्य प्रदूषित पदार्थों के मौजूद रहने के कारण ई-कचरे के रूप में बेकार पड़े इलेक्ट्रानिक उपकरण अन्य व्यर्थ घरेलू उपकरणों की अपेक्षा मानव स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के लिए कहीं अधिक नुकसानदेह होते हैं। ई-कचरा में मुख्यतः लोहा, जस्ता, एल्यूमीनियम, सीसा, टिन, चाँदी, सोना, आर्सेनिक, गिलट, क्रोमियम, कैडमियम, पारा, इण्डियम, सैलिनियम, वैनेडियम, रुथेनियम जैसी धातुएं मिली होती हैं।

लोग भी करें सहयोग

जम्मू नगर निगम के हेल्थ आफिसर डा. विनोद शर्मा ने बताया कि ई-कचरे से लेड, शीशे के केबल, हेक्सावेलेट क्रोमियम, बेरियम, बेरीलियम जैसे खतरनाक रसायन निकलते हैं जो मिट्टी के माध्यम से भूमिगत पानी को दूषित करते हैं। इससे वायु और मिट्टी का प्रदूषण भी हो रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी इस संबंध में उपाय करने को कहा है। उन्होंने बताया कि घर पर आए दिन केबल, मोबाइल, बैट्री पुराना फ्रिज, स्विच बोर्ड, कोई भी बिजली के उपकरण को लोग गीले कूड़े साथ मिला देते हैं। इसको अलग करना एजेंसी के लिए भी मुश्किल काम होता है। इसलिए लोगों से अपील है कि वे ई-कचरे को अलग करके रखे, उसे दूसरे कचरे में न मिलाएं।

क्या है ई-कचरा

ई-कचरा या इलेक्ट्रॉनिक कचरा कोई भी विद्युत या इलेक्ट्रानिक उपकरण है जिसे इस्तेमाल करने के बाद फेंका जाता है। ई-कचरा विशेष रूप से जहरीले रसायनों के कारण खतरनाक होता है जो दफनाने पर अंदर की धातुओं से प्राकृतिक रूप से निकल जाते हैं।इसे दो व्यापक श्रेणियों के अंतर्गत 21 प्रकारों में विभाजित किया गया है :

सूचना प्रौद्योगिकी और संचार उपकरण। उदाहरण: सेल फोन, स्मार्टफोन, डेस्कटॉप कंप्यूटर, कंप्यूटर मॉनिटर, लैपटॉप। सर्किट बोर्ड, हार्ड ड्राइव

उपभोक्ता इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स। उदाहरण: माइक्रोवेव, हीटर, रिमोट कंट्रोल, टेलीविजन रिमोट, बिजली के तार, लैंप, स्मार्ट लाइट, ट्रेडमिल, स्मार्टवॉच, हार्ट मॉनिटर आदि।

मनुष्यों पर प्रभाव

इलेक्ट्रानिक कचरे में पारा, सीसा, कैडमियम, पॉलीब्रोमिनेटेड फ्लेम रिटार्डेंट्स, बेरियम और लिथियम जैसे जहरीले घटक होते हैं जो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होते हैं। मनुष्यों पर इन विषाक्त पदार्थों के नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभावों में मस्तिष्क, हृदय, गुर्दे और कंकाल प्रणाली की क्षति शामिल है। यह मानव शरीर की तंत्रिका और प्रजनन प्रणाली को भी काफी प्रभावित कर सकता है, जिससे रोग और जन्म दोष हो सकते हैं।

यह हैं ई-कचरा संग्रह केंद्र

1. करो संभव। सीआरपीएफ मुख्यालय गंग्याल के सामने ।

2. आईएफबी इंडस्ट्री लिमिटेड, 74, यार्ड नंबर 6, नरवाल जम्मू।

3. जेके आटोमेशन (बीटेल टेलिटेक लिमिटेड), 23, कर्ण मार्केट, जम्मू ।

4. जियोनी-कार्बन्न सर्विस सेंटर, गुलाब सिंह रोड, सिटी प्लाजा।

5. एमआई सर्विस सेंटर, श्री टेक्नालॉजिस, गुलाब सिंह रोड, सिटी प्लाजा।

6. आरएलजी रिवर्स लॉजिस्टिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, 81, यार्ड 6, ट्रांसपोर्ट नगर।

7. प्रोकनेक्ट सप्लाई चैन सॉल्यूशन लिमिटेड, सीआरपीएफ हैडक्वार्टर, गंग्याल।

8. जसप्रीत सिंह एंड कंपनी, सैम्संग इंडिया प्राइ. लिमिटेड, 419, खेवट 103, गंग्याल।

9. रिलायेबल ट्रांस लॉजिस्टिक्स, शाप नंबर 3, पनामा चौक

10. एचपी इंडिया सेल्स प्राइवेट लिमिटेड, बाबा बिल्डिंग रेजीडेंसी रोड, श्रीनगर।

11. कैनन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, रीगल चौक, श्रीनगर 


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