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स्मार्ट सिटी: गलियों से मलबा हटाने को निगम ने की तैयारी, हरेक वार्ड के लिए दो आटो

शहर के बहुत से मुहल्लों की गलियों में गाड़ियां नहीं पहुंच पाती। लिहाजा कचरे के ढेर लगे रहते हैं। निगम की ट्रांसपोर्ट सेक्शन ने 150 आटो खरीदने का प्रस्ताव तैयार कर लिया।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 11:05 AM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 11:05 AM (IST)
स्मार्ट सिटी: गलियों से मलबा हटाने को निगम ने की तैयारी, हरेक वार्ड के लिए दो आटो
स्मार्ट सिटी: गलियों से मलबा हटाने को निगम ने की तैयारी, हरेक वार्ड के लिए दो आटो

जम्मू, अंचल सिंह। गलियों में लगने वाले कचरे के ढेर अब ज्यादा दिन नहीं रहेंगे। जम्मू नगर निगम हरेक वार्ड के लिए दो आटो खरीदने जा रहा है। इतना ही नहीं लकड़ी की ठेले भी खरीदे जाएंगे।

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शहर के बहुत से मुहल्लों की गलियों में गाड़ियां नहीं पहुंच पाती। लिहाजा कचरे के ढेर लगे रहते हैं। अधिकतर गलियों में यह समस्या है। नवनिर्वाचित मेयर चंद्रमोहन गुप्ता ने प्रभार संभालने के साथ ही अधिकारियों को इस दिशा में सक्रिय कर दिया है। निगम की ट्रांसपोर्ट सेक्शन ने 150 आटो खरीदने का प्रस्ताव तैयार कर लिया। इनमें से हरेक वार्ड में दो आटो लगाए जाएंगे। इससे मुहल्लों की गलियों से रोजाना कचरा उठाने में सुविधा हो जाएगी। इसके अलावा लकड़ी के ठेले भी खरीदने की तैयारी है। करीब 600 ठेले खरीदने का प्रस्ताव बनाया गया है।

गौरतलब है कि नगर निगम की ट्रांसपोर्ट सेक्शन ही शहर से कचरा उठाने की व्यवस्था देखती है। सभी वाहन इसी सेक्शन के अधीन रहते हैं। इतना ही नहीं शहर में नालों, गहरी नालियों की सफाई का कामकाज भी यही सेक्शन करती है।

मुख्य सड़कों पर कचरे के ढेर

करीब 150 वाहनों को बेड़ा इस समय नगर निगम के पास है। छोटे वाहनों की कमी के चलते मुहल्लों से निकलने वाले कचरे को मुख्य सड़कों पर एकत्र किया जाता है। यहीं से जेसीबी मशीनों के माध्यम से वाहनों में कचरे को भर कर ठिकाने लगाया जाता है। शहर से प्रतिदिन करीब 400 मीट्रिक टन कचरा निकलता है। कचरे को पहले तवी नदी किनारे भगवती नगर में फेंका जाता था। हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद कचरे को अब कोट भलवाल में काला गांव में ठिकाने लगाया जा रहा है। यहां के लोग भी अदालत में पहुंच गए हैं।

साफ-सुथरा शहर बनाएंगे

‘शहर को साफ-सुथरा बनाना है। इसके लिए प्रयास तेज किए गए हैं। जल्द ही छोटे आटो खरीदें जाएंगे ताकि मुहल्ले की छोटी गलियों से भी कचरा उठाने में कोई दिक्कत न रहे। इसके अलावा अब 600 के करीब ठेले खरीदने जा रहे हैं। इससे डोर-टू-डोर कचरा उठाने में सुविधा होगी। जल्द इस पर कॉरपोरेटरों से ििविचार-विमर्श कर फैसला ले लिया जाएगा। ’

-चंद्रमोहन गुप्ता, मेयर, जम्मू

ट्रांसपोर्ट सेक्शन में कर्मचारी

  1. कम्पोस्ट कम ट्रांसपोर्ट आफिसर : 1
  2. ट्रांसपोर्ट आफिसर : 3 तीन जोन के लिए
  3. वर्क सुपरवाइजर : 1 नालों के लिए
  4. इंचार्ज क्लर्क : 1
  5. इंचार्ज क्लर्क सुपरवाइजर : 1
  6. हेल्पर : 3 कार्यालय के काम के लिए
  7. रेगुलर ड्राइवर : 45
  8. कंट्रेक्चुअल ड्राइवर : 33
  9. एनजीओ ड्राइवर : 22 स्किल्ड लेबर
  10. रेगुलर सफाई कर्मी : 85
  11. पीडीएल सफाई कर्मी : 4
  12. कैजुअल सफाई कर्मी : 45
  13. टीडीएल सफाई कर्मी : 1
  14. नाला गैंग लेबर एनजीओ : 155
  15. स्किल्ड लेबर एनजीओ : 2
  16. एनजीओ सफाई कर्मी : 44
  17. अन स्किल्ड लेबर एनजीओ : 5

शहर से निकलने वाला कचरा

  • कुल कचरा जमा होता है - 400 मीट्रिक टन प्रति दिन
  • गलियों की सफाई से - 50 मीट्रिक टन प्रति दिन
  • होटल/रेस्टोरेंट से - 40 मीट्रिक टन प्रतिदिन
  • बाजारों से - 50 मीट्रिक टन प्रतिदिन
  • व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से - 20 मीट्रिक टन प्रतिदिन
  • घरों से - 130 मीट्रिक टन प्रतिदिन
  • अन्य से - 110 मीट्रिक टन प्रतिदिन


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