जम्मू नगर निगम ने नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अभियान किया तेज, 5 दिनों में वसूला 50 हजार रुपये जुर्माना
जम्मू नगर निगम ने प्रतिबंधित पॉलिथीन, निर्माण सामग्री और कचरा फेंकने वालों के खिलाफ सख्ती दिखाई है। पिछले पांच दिनों में 50 हजार रुपये का जुर्माना वसू ...और पढ़ें

लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वे नियमों का पालन करें और पर्यावरण को स्वच्छ रखने में सहयोग करें।
जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू नगर निगम की ओर से प्रतिबंधित पालीथिन, निर्माण और विंध्वस सामग्री और कचरा फेंकने वालों के खिलाफ सख्ती जारी रखी हुई है।
पिछले पांच दिनों में 50 हजार रुपये के करीब जुर्माना वसूला है। औचक दौरे कर रही टीमें ऐसे लोगों को चिन्हित कर जुर्माने कर रही हैं जो समझाने के बावजूद लापरवाही दिखा रहे हैं।
लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है कि वे नियमों का पालन करते हुए किसी भी तरह का मलबा सड़कों पर जमा न करें। निर्माण के दौरान भी तिरपाल, टीनें आदि लगाएं ताकि धूल-मिट्टी के कारण पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे। न ही राहगीरों को ही कोई परेशानी हो।
इसी बीच सोमवार को निगम की एक टीम ने 8900 रुपये जुर्माना वसूला। सेनिटेशन अापिसर अरुण नायर की अध्यक्षता में पुराने शहर में छापेमारी की। इस दौरान टीम ने 3 किलो प्रतिबंधित पालीथिन की जब्ती की। टीम ने सिंगल यूज प्लास्टिक व प्रतिबंधित पालीथिन पकड़े जाने पर दोषियों से 3300 रुपये जुर्माना वसूला।
इस दौरान टीम ने निर्माण व विंध्वस सामग्री के लिए 2 हजार और कचरा फैलाने पर 500 रुपये जुर्माना। सोमवार को पुराने शहर से टीम ने 5800 रुपये जुर्माना वसूला। टीम में असिस्टेंट सेनिटेरी आफिसर मोहम्मद युनूस, सुभाष चंद्र, विवेक सून, राज कुमार शामिल थे।
वहीं छन्नी हिम्मत के वार्ड नंबर 49 में एक टीम ने प्रतिबंधित पालीथिन का उपयोग करने पर दोषियों को 2100 रुपये जुर्माना किया। उधर वार्ड नंबर 73, गाढ़ीगढ़ में निगम की एक अन्य टीम ने प्रतिबंधित पालीथिन की जब्ती करते हुए दोषियों को एक हजार रुपये जुर्माना किया।
हेल्थ आफिसर डा. विनोद शर्मा ने कहा कि शहर को तीन जोन में बांटा गया है और तीन टीमें सेनिटेरी आफिसर्स की अध्यक्षता में निर्माण एवं विंध्वस सामग्री, कचरा फेंकने, प्रतिबंधित पालीथिन की जब्ती करते हुए जुर्माने कर रही हैं। लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है ताकि समस्या का समाधान हो।
उन्होंने कहा कि सीएंडडी नियमों का पालन करते हुए सभी लोगों को धूल-मिट्टी उड़ने से रोकनी होगी। इसके लिए निर्माण के दौरान तिरपाल, टीन लगाएं। निर्माण सामग्री को सड़कों पर न रखें। इन नियमों का पालन करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नहीं समझने वालों पर नकेल कसनी ही पड़ेगी।
पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए केंद्र से सख्ती के निर्देश मिले हैं।इनका पालन सख्ती से किया जा रहा है।

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