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JK: सेना में भर्ती हुए युवाओं ने कहा-वीरजवानों सरहदों पर दुश्मन से लोहा लेते रहो, हम भी आ रहे हैं

कश्मीर के 10 जिलों व लद्दाख के दो जिलों में भी हजारों युवा सीमा सुरक्षा बल में भर्ती होने के लिए कतार में लगे। यह भर्ती सिर्फ 1356 पदों के लिए थी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 04 Jan 2020 12:20 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jan 2020 12:20 PM (IST)
JK: सेना में भर्ती हुए युवाओं ने कहा-वीरजवानों सरहदों पर दुश्मन से लोहा लेते रहो, हम भी आ रहे हैं
JK: सेना में भर्ती हुए युवाओं ने कहा-वीरजवानों सरहदों पर दुश्मन से लोहा लेते रहो, हम भी आ रहे हैं

जम्मू, विवेक सिंह। जम्मू कश्मीर व लद्दाख में चीन व पाकिस्तान जैसे देशों से सटी सरहदों पर सैनिक दुर्गम हालात में दुश्मन से लोहा ले रहे हैं। वहीं, दो लाख से अधिक युवा देश का रक्षक बनने के लिए तैयार हैं। युवाओं में फौजी बनने का जुनून सैनिकों का हौसला बढ़ा रहे हैं।

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जम्मू कश्मीर में वर्ष 2019 जोश से भरा रहा। एक ओर सेना व सुरक्षाबलों ने आतंकियों और गोले दाग रहे दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया। दूसरी ओर करीब दो लाख युवाओं ने भर्ती मैदान में देश की हिफाजत के लिए बंदूक थामने का दम दिखाया। जम्मू से कश्मीर तक युवाओं में देशभक्ति का जोश इस कदर भारी पड़ा है कि दुश्मन के लिए हथियार थामने वालों का टोटा पड़ गया।

इस साल जम्मू के साथ कश्मीर की कड़ी ठंड में युवाओं में सेना, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल व जम्मू कश्मीर पुलिस में भर्ती होने का जोश दिखा। सांबा के शेर बच्चा भर्ती मैदान में गत माह सेना में भर्ती होने के लिए 38 हजार से अधिक युवाओं ने जोश दिखाया। भर्ती के लिए जम्मू संभाग के तीन जिलों कठुआ, सांबा व जम्मू के 44,117 युवाओं ने आवेदन किया था। जम्मू संभाग के अन्य सात जिलों के लिए रियासी में हुई भर्ती में करीब 26 हजार युवाओं ने सैनिक बनने के लिए आवेदन किया था। इनमें से करीब 22 हजार युवा मैदान में पहुंचे।

जम्मू संभाग में ही 80 हजार युवा सैनिक बनने के लिए पहुंचे

जम्मू संभाग में बड़ी ब्राह्मणा, सूरनकोट, डोडा व किश्तवाड़ में प्रादेशिक सेना की भर्तियों में भी करीब 20 हजार युवाओं ने भाग्य आजमाया था। ऐसे में सिर्फ जम्मू संभाग में ही करीब 80 हजार युवा सैनिक बनने की कतार में खड़े हुए। जम्मू के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेन्द्र आनंद का कहना है कि जम्मू कश्मीर में युवाओं में सैनिक बनने का जोश लगातार बढ़ रहा है। सीमांत क्षेत्रों में पाकिस्तान की गोलाबारी में पले बढ़े युवाओं में तो फौजी बनने का जोश सिर चढ़कर बोलता है। भर्ती मैदान में उतरे युवाओं में से करीब तीन हजार युवाओं को भी सेना की वर्दी पहनने का मौका मिलेगा।

कश्मीर के 10 व लद्दाख के दो जिलों में हजारों युवा बीएसएफ में भर्ती होने आए

जम्मू संभाग में इस साल करीब 50 हजार युवा सीमा सुरक्षा बल में भर्ती होने के लिए आए। कश्मीर के 10 जिलों व लद्दाख के दो जिलों में भी हजारों युवा सीमा सुरक्षा बल में भर्ती होने के लिए कतार में लगे। यह भर्ती सिर्फ 1356 पदों के लिए थी। इसी तरह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल में भर्ती होने के लिए भी हजारों युवाओं ने आवेदन भरा। अब अगले साल 12 अप्रैल को युवा लिखित परीक्षा में बैठेंगे।

जम्मू कश्मीर पुलिस में 50 हजार से अधिक युवा भर्ती होने के लिए तैयार

सेना व सुरक्षा बलों के साथ ही इस समय जम्मू कश्मीर में पुलिस की चार बटालियनों के लिए भी 50 हजार से अधिक युवा भर्ती होने के लिए तैयार हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 2700 ही कामयाब होंगे। गृह मंत्रालय के निर्देश पर इस समय जम्मू व कश्मीर में दो महिला बटालियनों व दो सीमांत क्षेत्रों के बटालियनों के लिए हजारों युवा भर्ती मैदान में भाग्य आजमा चुके हैं।

युवाओं के जोश की कायल है सीमा सुरक्षा बल : आइजी

सीमा सुरक्षा बल जम्मू फ्रंटियर के आइजी एनएस जम्वाल का कहना है कि सीमा सुरक्षा बल में भर्ती के लिए युवाओं ने भारी उत्साह दिखाया। उन्हें अच्छी तरह से अंदाजा है कि जम्मू कश्मीर में सीमा सुरक्षा बल की भूमिका क्या है। यह तय है कि भर्ती में कामयाब रहने वाले युवाओं में अच्छा सीमा प्रहरी बनने के सभी गुण होंगे।

भर्ती से पहले सेना देती है ट्रेनिंग

जम्मू के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेन्द्र आनंद का कहना है कि जम्मू कश्मीर व लद्दाख के युवा सैनिक व सुरक्षाकर्मी बनने के लिए हर बाधा पार करने के लिए तैयार हैं। ऐसे में सेना में भर्ती से पहले उनके लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है कि वे खुद को कैसे तैयार करें। युवाओं के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित करने के लिए प्रशासन की ओर से भी सहयोग दिया जाता है। सेना की ट्रेनिंग से युवाओं का मनोबल बुलंद होता है। 


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