जानलेवा बना मौसम, हिमस्खलन व भूस्खलन से तबाही
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू कश्मीर में दो दिन से जारी भारी बारिश और बर्फबारी आफत के साथ्
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू कश्मीर में दो दिन से जारी भारी बारिश और बर्फबारी आफत के साथ जानलेवा बन गई है। कहीं भूस्खलन तो कहीं हिमस्खलन से भारी तबाही हुई है। अनंतनाग, रियासी व रामसू में तीन लोगों की मौत व करीब 18 लोग घायल हो गए। जवाहर सुरंग के पास पुलिस पोस्ट हिमस्खलन में दब गई। इससे पोस्ट में मौजूद 20 लोगों में से 10 को बचा लिया गया, जबकि 10 लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। जम्मू-श्रीनगर हाईवे दो दिन से बंद है। खाद्य सामग्री व जरूरत का अन्य सामान लेकर श्रीनगर जा रहे हजारों वाहन हाईवे पर जगह-जगह फंस कर रह गए हैं। भारी बर्फबारी से जम्मू संभाग के बनिहाल से बारामुला तक ट्रेन भी नहीं चल पाई। श्रीनगर हवाई अड्डे से वीरवार को दूसरे दिन भी कोई विमान उड़ान नहीं भर सका, जिससे कश्मीर का देश-दुनिया से सड़क व हवाई संपर्क पूरी तरह कट गया है।
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर रामसू में पहाड़ से पत्थर गिरने से एक वाहन में सवार 12 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। रियासी जिले के धरमाड़ी ठिल्लू इलाके में भूस्खलन की चपेट में आने से 18 वर्षीय युवक परवेज अहमद निवासी बलदानू की मौत हो गई। अनंतनाग के कोकरनाग के सोनवारी में मकान पर हिमस्खलन होने से एक व्यक्ति बशीर अहमद व उसकी पत्नी रोशन जान की मौत हो गई, जबकि चार घायलों को बचा लिया गया। रफियाबाद में भी कई मकान गिरने से दो लोग घायल हो गए। बांडीपोरा में बिजली का ट्रांसमिशन टावर क्षतिग्रस्त हो गया है। जिला बड़गाम और कुलगाम में दो जगह हिमस्खलन के कारण फंसे 18 परिवारों के 70 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। इसके अलावा गांदरबल के कंगन के गुंड क्षेत्र में हिमस्खलन की आशंका को देखते हुए 22 परिवारों के करीब 100 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। वहीं, जम्मू संभाग के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी से कई जिलों में संपर्क मार्ग कट गए हैं। कई मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। कड़ाके की ठंड से जम्मू कश्मीर जम सा गया है और घाटी बर्फीलास्थान बन गई है।
माता वैष्णो देवी भवन से सांझीछत तक बुधवार रात से ही बर्फबारी शुरू हो गई, जो वीरवार को भी जारी रही। बर्फबारी से कटड़ा से सांझीछत तक हेलीकॉप्टर सेवा बंद रही। माता वैष्णो देवी भवन से भैरो घाटी तक चलने वाली पैसेंजर केबल कार सेवा भी दिनभर नहीं चली। पत्नीटॉप, सनासर, पुंछ व राजौरी के पहाड़ी क्षेत्रों में भी भारी बर्फबारी हो रही है। इस बीच, उत्तरी कश्ीमर के खामोह रफियाबाद में एक मस्जिद की छत हिमपात से क्षतिग्रसत हो गई। एलओसी के साथ सटे उड़ी सेक्टर के हीवान बोनियार में हिमपात के दौरान दो मकान क्षतिग्रसत हो गए।
श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर हुए भूस्खलन को साफ करने के बाद बुधवार शाम को फंसे वाहनों को श्रीनगर से जम्मू के लिए एकतरफा रवाना किया गया, लेकिन रात को हुई बारिश के बाद रामसू, रामबन में भूस्खलन के बाद फिर से हाईवे को बंद कर दिया गया। जिला प्रशासन ने ट्रैफिक विभाग को निर्देश दिए हैं कि वह भूस्खलन और हिमस्खलन वाले क्षेत्रों में वाहनों को खड़ा न होने दें। हाईवे बंद होने से जम्मू व श्रीनगर में भी यात्री फंस कर रह गए हैं। वादी में लगातार बर्फबारी से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए लोगों की सहायता के लिए प्रशासन ने तमाम जिलों में हेल्पलाइनें स्थापित कर दी हैं। जरूरत पड़ने पर लोगों को इन हेल्पलाइनों से संपर्क करने को कहा है। पुलिस पोस्ट बर्फ में दबी, 10 को निकाला, 10 लापता :
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित जवाहर सुरंग के पास शाम को हिमस्खलन होने से पुलिस चौकी बर्फ में दब गई। बचाव कर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आठ पुलिसकर्मियों समेत दस लोगों को बचा लिया, लेकिन 10 लोग लापता हैं। एसएसपी कुलगाम हरमीत ¨सह मेहता ने बताया कि पुलिस पोस्ट में कुल 18 पुलिसकर्मियों समेत 20 लोग मौजूद थे। लापता लोगों में आठ पुलिसकर्मी व दो नागरिक शामिल हैं। उन्हें बचाने के प्रयास जारी हैं। लापता आठ पुलिसकर्मियों में दो दमकल विभाग के कर्मी, दो डॉग हैंडलर व चार चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी हैं। इनके अलावा किसी अपराध के सिलसिले में चौकी में रखे गए दो नागरिक भी लापता हैं। राज्य पुलिस के महानिदेशक दिलबाग ¨सह ने कहा कि पुलिस, सीआरपीएफ और एसडीआरएफ ने लापता लोगों का पता लगाने के लिए जवाहर सुरंग पर राहत अभियान चला रखा है। कश्मीर में निजी वाहन चालकों को प्रतिदिन सिर्फ तीन लीटर ईधन :
मंडलायुक्त कश्मीर बसीर अहमद खान ने वीरवार शाम को निर्देश जारी किया कि जम्मू-श्रीनगर हाईवे यातायात के लिए बहाल होने तक कश्मीर में अब निजी वाहन चालकों को प्रतिदिन पेट्रोल पंप से तीन लीटर, जबकि व्यावसायिक वाहनों को 10 लीटर ईधन मिलेगा। दरअसल हाईवे बंद होने से पेट्रोल व डीजल सहित अन्य सामग्री लेकर जाने वाले ट्रक रास्ते में फंसे हुए हैं। ऐसे में कश्मीर में आने वाले दिनों में किसी चीज की किल्लत न आए, इसके लिए एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं। आज भी हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना :
मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के निदेशकसोनम लोटस ने बताया कि शुक्रवार को भी हल्की बर्फबारी और बारिश की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ का दबाव अभी बना हुआ है, जिसके चलते इस सप्ताह भी बारिश और बर्फबारी हो सकती है।