J&K Weather News: गुरेज में हिमस्खलन, कश्मीर में गुलमर्ग समेत ऊंचे पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी, फिर बढ़ी ठंड
Jammu kashmir Weather उत्तरी कश्मीर में बांडीपोरा जिले में एलओसी के साथ सटे गुरेज सेक्टर में सोमवार को हिमस्खलन में एक नायब तहसीलदार और दो जूनियर इंजीनियर बाल-बाल बच गए। तीनों अपने वाहन से एलओसी पर अग्रिम छोर पर स्थित गांव की तरफ जा रहे थे।
श्रीनगर/जम्मू, जागरण संवाददाता।
उत्तरी कश्मीर में बांडीपोरा जिले में एलओसी के साथ सटे गुरेज सेक्टर में सोमवार को हिमस्खलन में एक नायब तहसीलदार और दो जूनियर इंजीनियर बाल-बाल बच गए। तीनों अपने वाहन से एलओसी पर अग्रिम छोर पर स्थित गांव की तरफ जा रहे थे।वह दावर-गुरेज सड़क मार्ग पर जब चक नाला के पास पहुंचे तो अचानक हिमस्खलन हो गया। उन्होंने बर्फ के एक बड़े तोदे (बर्फ का बड़ा हिस्सा) को नीचे की तरफ खिसकते देख तुरंत वाहन को रोक लिया। इसके बाद उन्होंने बाहर निकल कर सुरक्षित स्थान की तरफ दौड़ लगा दी। इससे वह बच गए, लेकिन उनका वाहन पूरी तरह बर्फ में दब गया।
शीत लहर का फिर बढ़ा प्रकोप
हिमस्खलन के कारण दावर-गुरेज सड़क पूरी तरह बंद हो गई। सड़क से बर्फ हटाने और उसे यातायात के लिए सुचारु बनाने के लिए प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते सोमवार को कश्मीर में गुलमर्ग समेत उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और निचले में वर्षा हुई। इससे तापमान में फिर गिरावट आने से शीत लहर का प्रकोप फिर बढ़ गया है।
जम्मू में हल्की बूंदाबांदी
वहीं, जम्मू में हल्की बूंदाबांदी हुई। अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी बर्फबारी व वर्षा की संभावना जताई है। जम्मू में मौसम साफ रहेगा। आठ से फिर आसमान में बादल छाना शुरू हो जाएंगे। नौ फरवरी को कई स्थानों पर वर्षा व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना है।
रामबन के पंतिहाल में पहाड़ से पत्थर गिरने से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग आधे घंटे तक बंद रहा। गुलमर्ग में शाम तक एक फीट बर्फ रिकार्ड की गई। सोनमर्ग में भी एक फीट, साधना टाप के निकट डेढ़ फीट बर्फ जमा हुई। श्रीनगर समेत वादी के निचले इलाकों में वर्षा दोपहर बाद तक रुक-रुक कर जारी रही। इसके बाद भी आसमान घने बादलों से ढका रहा। जम्मू संभाग में देर रात से ही मौसम बदल गया था।
सेना ने गर्भवती महिला को बचाया
कुपवाड़ा में भारी बर्फबारी के बीच सेना के जवान लगभग पांच किमी तक गर्भवती महिला को कंधे पर उठाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां महिला ने बच्चे को जन्म दिया। मां-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। सेना के अधिकारी के अनुसार, सुबह लगभग 11 बजे फोन करके उनसे मदद मांगी गई थीl