बड़ा खुलासाः आतंकियों के निशाने पर उप राज्यपाल मुर्मू, ISI ने लश्कर, हिजबुल व जैश को दिए निर्देश
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों द्वारा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के अधिकारियों व आतंकी संगठनों के कमांडरों के बीच हुई बैठक के बारे में जो रिपोर्ट तैयार की गई है
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर के नव नियुक्त उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू आतंकियों के निशाने पर हैं। खुफिया सूत्रों ने अपने तंत्र से पता लगाया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने उप राज्यपाल मुर्मू को निशाना बनाने के लिए आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मुहम्मद के कमांडरों को विशेष निर्देश दिया है। इस संबंध में पिछले माह गुलाम कश्मीर के कोटली इलाके में आइएसआइ के अधिकारियों व आतंकी कमांडरों के बीच बैठक भी हुई है।
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय खुफिया एजेंसियों द्वारा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के अधिकारियों व आतंकी संगठनों के कमांडरों के बीच हुई बैठक के बारे में जो रिपोर्ट तैयार की गई है, उसके मुताबिक हाल ही में ब्लॉक विकास परिषदों (बीडीसी) के चुने गए प्रधान भी आतंकियों के निशाने पर हैं। विशेषकर प्रदेश भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता भी आतंकी संगठनों की हिट लिस्ट में हैं। आइएसआइ ने लश्कर कमांडर जिला उल रहमान मीर को इन हमलों को अन्य आतंकी संगठनों के साथ मिलकर अंजाम देने का जिम्मा सौंपा है।
29 अक्टूबर को हुई थी बैठक : खुफिया विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, गुलाम कश्मीर के कोटली शहर में जैश द्वारा संचालित एक मदरसे में गत 29 अक्टूबर को एक बैठक हुई थी। इस बैठक में जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में तेजी लाने, कश्मीर में सक्रिय आतंकियों में फिर जान फूंकने की साजिश तैयार की गई। इस बैठक में आइएसआइ के दो बड़े अधिकारियों के अलावा पाकिस्तानी सेना का एक मेजर और जैश, लश्कर व हिजबुल मुजाहिदीन के सभी प्रमुख कमांडर मौजूद थे। बैठक में कश्मीर सक्रिय आतंकियों को प्रदेश भाजपा के कुछ खास नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ बीडीसी चुनाव में जीतने वाले उम्मीदवारों को भी निशाना बनाने के लिए कहा गया।
मुर्मू को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा : सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान में रची जा रही आतंकी साजिश का संज्ञान लेते हुए पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। उप राज्यपाल जीसी मुर्मू को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा में रखा गया है। सभी बीडीसी चेयरमैन को आतंकी खतरे का आकलन करते हुए सुरक्षा कवच उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अलावा आतंकियों की हिट लिस्ट में शामिल लोगों को पूरी सावधानी बरतने की सलाह देते हुए उन्हें एक सुरक्षा निर्देशावली भी दी गई है। वादी में सक्रिय आतंकी कमांडरों को मार गिराने के लिए उनके सभी संभावित ठिकानों को चिन्हित करते हुए वहां लगातार दबिश दी जा रही है।
खालिस्तान के आतंकियों की भी मदद दे रहा पाक : सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान इस समय कश्मीर में हालात बिगाडऩे के लिए हर संभव मौका तलाश रहा है। इसके लिए उसने खालिस्तान के आतंकियों की मदद भी लेते हुए करीब दो दशक पुरानी अपनी साजिश पर दोबारा अमल शुरू कर दिया है। इस साजिश के तहत वह कश्मीरी व खालिस्तानी आतंकियों के बीच एक गठजोड़ तैयार कर रहा है, ताकि पंजाब में आतंकियों की मदद से कश्मीर में हथियार व पैसा पहुंचाकर कश्मीरी आतंकियों की गतिविधियों में तेजी लाई जा सके।