गणतंत्र दिवस पर लोकप्रियता में तीसरे स्थान पर रही जम्मू कश्मीर की झांकी
जम्मू कश्मीर की झांकी में विकासात्मक परिदृश्य की पृष्ठभूमि में जम्मू और कश्मीर का बदलता चेहरा को दर्शाया गया था। इसमें श्री माता वैष्णो देवी भवन कटड़ा भारतीय प्रबंधन संस्थान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान को प्रदर्शित किया था।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू कश्मीर को गणतंत्र दिवस परेड में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच लोकप्रिय पसंद श्रेणी में तीसरी सर्वश्रेष्ठ चित्रमय झांकी के लिए सम्मानित किया गया है। जम्मू कश्मीर सरकार की ओर से श्रम उप आयुक्त एवं सूचना उपनिदेशक विदुशी कपूर ने शुक्रवार को पुरस्कार हासिल किया है।
गणतंत्र दिवस 2022 परेड समारोह में भाग लेने वाले विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से अपनी पसंदीदा चित्रमय झांकी के लिए आनलाइन वोङ्क्षटग हुई थी। रक्षा मंत्रालय के समन्वय में माई गवर्नमेंट एप के माध्यम से वोटिंग और आनलाइन सर्वेक्षण के आधार पर रैंकिंग तय की गई थी।
जम्मू कश्मीर की झांकी में 'विकासात्मक परिदृश्य की पृष्ठभूमि में जम्मू और कश्मीर का बदलता चेहरा' को दर्शाया गया था। इसमें श्री माता वैष्णो देवी भवन कटड़ा, भारतीय प्रबंधन संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान को प्रदर्शित किया था।
झांकी में कश्मीर के बर्फ से ढके पहाड़ और कटड़ा-बनिहाल के बीच चिनाब दरिया पर बन रहे दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल को भी दर्शाया गया था। इस झांकी को जम्मू कश्मीर के प्रख्यात कलाकार वीर मुंशी ने डिजाइन और निर्मित किया था।
आठ और विद्यार्थी यूक्रन से दिल्ली पहुंचे : यूकेन से विद्यार्थियों के आने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को आठ और विद्यार्थी दिल्ली पहुंच गए। यह सभी विद्यार्थी कश्मीर के रहने वाले हैं और शनिवार को वापस श्रीनगर लौटेंगे। जेके रेजीडेंट कमिश्नर कार्यालय नई दिल्ली से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को आठ विद्यार्थी दिल्ली में पहुंचे। यह सभी श्रीनगर के रहने वाले थे। इसके साथ ही अभी तक जम्मू-कश्मीर के कुल 87 विद्यार्थी वापस लौट चुके हैं।
शुक्रवार को आए विद्यार्थियों को दिल्ली में ही जेके हाउस में रखा गया है। उन्हें शनिवार श्रीनगर रवाना होने के लिए हवाई जहाज की टिकटें दी गई हैं। सभी के रहने और खाने का प्रबंध भी सरकार ने किया है। सभी विद्यार्थी पोलैंड और हंगरी के रास्ते ही वापस लौट रहे हैं। उनका कहना है कि अभी भी बहुत से विद्यार्थी सीमा पार कर वापस आने का इंतजार कर रहे हैं। सरकार सभी को टिकटें देकर भारत में वापस भेज रही है।