Coronavirus: जम्मू कश्मीर के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर कई बड़े अधिकारी क्वारंटाइन
संक्रमित अधिकारी को श्रीनगर में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। एक दिन पहले ही उन्हें जम्मू के नागरिक सचिवालय में हुई बैठक में भाग लेने बुलाया था।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू कश्मीर के एक वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक अधिकारी (आइएएस) अधिकारी में भी कोरोना संक्रमण पाए जाने से हड़कंप मच गया है। संपर्क में आए छह आइएएस सहित करीब 37 अधिकारियों को उनके घरों और होटलों में क्वारंटाइन कर दिया है। संक्रमित अधिकारी को इलाज के लिए श्री माता वैष्णो देवी नारायणा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती करवा दिया है। इसी बीच आज दूसरे दिन लगातार जम्मू सिविल सचिवालय को सेनेटाइज किया जा रहा है। इसी सचिवालय में संक्रमित हुए आइएएस अधिकारी ने बैठक ली थी। जम्मू नगर निगम की टीमों ने पूरे सचिवालय में छिड़काव कर इसे सेनेटाइज किया ताकि किसी अन्य में संक्रमण न फैले।
सूत्रों के अनुसार संक्रमित अधिकारी को श्रीनगर में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। एक दिन पहले ही उन्हें जम्मू के नागरिक सचिवालय में हुई बैठक में भाग लेने बुलाया था। वह श्रीनगर से हवाई मार्ग से जम्मू पहुंचे थे। शाम को हुई बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव ने की थी। बैठक में सात आइएएस अधिकारी मौजूद थे। इनमें मुख्य सचिव, वित्तीय आयुक्त, प्रमुख सचिव, सचिव, एक निदेशक स्तर के अधिकारी शामिल थे। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के निदेशक, जम्मू-कश्मीर मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक, मेडिकल कॉलेज जम्मू के ¨प्रसिपल, माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी सहित कई अधिकारी मौजूद थे। इनमें केएएस अधिकारी शामिल थे। स्वास्थ्य विभाग के उच्चधिकारी ने बताया कि क्वारंटाइन अधिकारियों के सैंपल तीन से चार दिन के बीच लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे। एक साथ इतने अधिकारियों के संक्रमित अधिकारी के संपर्क में आने से प्रशासनिक खेमे में हड़कंप मच गया है। कश्मीर में भी 15 अधिकारी आए हैं। कश्मीर के डिवकॉत पांडू रंग पोले का कहना है कि उक्त अधिकारी के संपर्क में आए सभी लोगों का पता लगाया जा रहा है।
लापरवाही या फिर कुछ और: आइएएस अधिकारी के संक्रमित होने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि आखिर उन्हें बैठक में बुलाया क्यों। नियमों के अनुसार अगर कोई हवाई मार्ग, ट्रेन या फिर सड़क से आता है तो उसके सैंपल लेकर तब तक क्वारंटाइन किया जाएगा जब तक सैंपलों की रिपोर्ट नहीं आ जाती। उक्त अधिकारी भी एक दिन पहले श्रीनगर से वापस आए और यहां सैंपल लिए गए। शाम को उन्हें बैठक में बुला लिया गया। किसी ने रिपोर्ट आने का इंतजार करना उचित नहीं समझा। एक अधिकारी ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग से बैठक में भाग लिया जा सकता है। जिस बैठक में अधिकारी थे, उसमें सैंपलों की जांच करने में आ रही दिक्कतों पर चर्चा हो रही थी।
उपराज्यपाल के सलाहकार की पत्नी और बेटे के टेस्ट नेगेटिवः राहत की बात यह है कि कुछ दिन पहले संक्रमित हुई उपराज्यपाल के सलाहकार की पत्नी और बेटे के टेस्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। वे कटड़ा में नारायणा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती थे। फिलहाल घर पर ही उन पर नजर रखी जाएगी।