जेएंडके, लद्दाख की रक्षक उत्तरी कमान ने मनाया गोल्डन जुबली स्थापना दिवस
सेना की उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने स्थापना दिवस की बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि चुनौतियों का हौंसले से सामना कर रहे सेना के जवान अधिकारी उत्तरी कमान की आन बान व शान हमेशा बरकरार रखेंगे।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में चीन और पाकिस्तान से सटी देश की सरहदों की रक्षा करने के साथ आतंकवाद से लड़ रही सेना की उत्तरी कमान ने वीरवार को अपना गोल्डन जुबली स्थापना दिवस शान से मनाया।
स्थापना दिवस पर शहीदों को सलामी दे लिया देश के लिए हर कुर्बानी देने का प्रण
वीरवार को सेना की उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने स्थापना दिवस की बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि चुनौतियों का हौंसले से सामना कर रहे सेना के जवान, अधिकारी उत्तरी कमान की आन, बान व शान हमेशा बरकरार रखेंगे।
स्थापना दिवस के कायक्रम की शुरूआत कमान मुख्यालय उधमपुर में धुव्र वार मेमोरियल में देश पर कुर्बान होने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई। कमान के चीफ आफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल एस हरिमोहन अय्यर ने वीरवार सुबह उधमपुर में सेना के शहीदों काे श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर सेना की उत्तरी कमान के अन्य कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी शहीदों को सलामी दी।
वर्ष 1971 के भारत- पाकिस्तान युद्ध से उपजे हालात में जम्मू कश्मीर की सुरक्षा के लिए सेना की इस अहम कमान का का गठन 17 जून 1972 को हुआ था। पिछले पचास सालों से सेना की यह आपरेशनल कमान जम्मू कश्मीर व लद्दाख में लगातार कुर्बानियां देकर नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान व वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन द्वारा पैदा की जा रही सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रही है। कारगिल युद्ध, सैन्य अभियानों के दौरान वीरता की मिसाल कायम करने वाली यह कमान इस समय पूर्वी लद्दाख में चीन के सामने व सियाचिन में पाकिस्तान के सामने खून जमाने वाली ठंड में मोर्चा संभाले है।
गलवन में चीन को कड़ा जवाब देने वाले इस कमान के जवान पाकिस्तान के साथ चीन की चुनौतियों का सामना करने के लिए हरदम तैयार है।गोल्डन जुबली स्थापना दिवस पर उत्तरी कमान मुख्यालय के साथ विभिन्न सैन्य फॉरमेशनों में हुए कार्यक्रमों के दौरान अधिकारियों व जवानों ने वीरता की परंपरा को कायम रखते हुए मातृभूमि की रक्षा के लिए हर प्रकार की कुर्बानी देने का प्रण किया।
कमान की चौदह कोर लद्दाख्, पंद्रह कोर कश्मीर व सोलह कोर जम्मू संभाग की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही है। इस समय कोरोना से उपजे हालात में कोर के जवान सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के साथ लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए भी लगातार कार्रवाई कर रहे हैं।