जम्मू/श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : जम्मू कश्मीर प्रशासन की सरकारी भूमि मुक्त कराने की कार्रवाई में पूर्व मंत्री और रसूखदारों को भी बख्शा नहीं जा रहा है। सोमवार को एक ही दिन में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 15 हजार कनाल सरकारी और काहचराई (घास का मैदान) भूमि से कब्जा हटाया गया है।

इसमें दो पूर्व मंत्री की कब्जाई भूमि भी शामिल थी। सरकारी अमले ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां में पूर्व वन मंत्री ताज मोहिउद्दीन से 13 कनाल 16 मरला जमीन को मुक्त कराई गई। इसी दौरान जम्मू के चौआदी में पूर्व मंत्री चौधरी जुल्फिकार अली के कब्जे से तीन कनाल जमीन को छुड़ाया है।

135 कनाल जमीन को कराया मुक्त 

सरकारी कार्रवाई में गांदरबल में सोनमर्ग और वुसन में सरकारी भूमि पर निर्मित कुछ होटल हैं जिन्हें सील कर दिया है। बीते तीन दिन में प्रशासन ने पूर्व वित्त मंत्री डा. हसीब द्राबू, पूर्व मंत्री इमरान रजा अंसारी, पूर्व राजस्व मंत्री बशारत बुखारी समेत सात पूर्व मंत्रियों व विधायकों के रिश्तेदारों के अवैध कब्जे से करोड़ों की लगभग 135 कनाल जमीन को मुक्त कराया है।

शोपियां स्थित राजस्व विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सीडू इलाके में पूर्व वनमंत्री ताज मोहउद्दीन ने वन विभाग की 13 कनाल सात मरला जमीन पर कब्जा कर रखा था। कब्जे को हटाकर जमीन को वापस वन विभाग का सौंप दिया है। ताज कांग्रेस छोडने के बाद गुलाम नबी आजाद की पार्टी का हिस्सा बन चुके हैं। जम्मू प्रशासन ने पूर्व खाद्य मंत्री एवं दरहाल से विधायक रहे जुल्फिकार अली से चौआदी में कब्जाई सरकारी जमीन को छुड़वा लिया। पीडीपी के पूर्व नेता जुल्फिकार ने चौआदी में बैंक्वेट हाल के साथ लगती तीन कनाल सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा था।

कई मंत्रीयों से जमीन कराई मुक्त 

अभियान से जुड़े अधिकारी ने बताया कि बीते तीन दिन के दौरान अनंतनाग में पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीरजादा मोहम्मद सईद से आरा खुशीपोरा में एक कनाल, फारूक अंद्राबी और उनके स्वजनों से डुरू में दो कनाल सात मरला, पूर्व मुख्यमंत्री सैयद मीर कासिम के स्वजनों से डुरु में 15 कनाल, पूव्र विधायक अब्दुल मजीद बट उर्फ अब्दुल मजीद लारमी से अनंतनाग में 10 मरला, शोपियां के चित्रीगाम में पूर्व एमएलसी शौकत हुसैन गनई के भाई मोहम्मद अशरफ गनई के कब्जे से पांच कनाल, पीरपोरा कीगाम में पूर्व वित्त मंत्री हसीब द्राबू से पांच कनाल छह मरला, पूर्व वित्तमंत्री हसीब द्राबू के पिता गुलाम हसन से पांच कनाल सात मरला, डा. फारूक अब्दुल्ला के रिश्तेदार हश्मतुल्ला खान और मुनीर अहमद से रक्ख-ए-जकूरा श्रीनगर में 36 कनाल, पूर्व राजस्व मंत्री बशारत बुखारी से जिला बारामुला के करीरी में तीन कनाल, पूर्व विधायक व मंत्री इमरान रजा अंसारी व उनके करीबियों से सिंगपोरा पट्टन बारामुला में 45 कनाल सरकारी जमीन को मुक्त कराया गया है।

दो दर्जन होटल किए सील 

उन्होंने बताया कि सोमवार को जिला रामबन में 1036 कनाल, जिला कठुआ में 448 कनाल व जिला गांदरबल में 393 कनाल जमीन से अतिक्रमण हटाया है। गांदरबल में अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत अब तक 19 हजार कनाल जमीन को कब्जों से मुक्त कराया है। सोनमर्ग और उसके साथ सटे इलाकों में दो दर्जन होटल सरकारी व काहचराई जमीन पर अवैध रूप से बनाए हैं। इनमें कइयों को सील कर दिया गया है।

जहूर से मुक्त कराई भूमि 

कश्मीर के नामी कारोबारी और टेरर फंडिंग के आरोपित जहूर अहमद वटानी ने जिला कुपवाड़ा के किचवारी हंदवाड़ा में पांच कनाल सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा था। इन दिनों तिहाड़ जेल में बंद वटाली द्वारा कब्जाई सरकारी जमीन को जिला प्रशासन ने मुक्त करा लिया।

पुलिस अधिकारी, नौकरशाह और बड़े कारोबारी शामिल

राजस्व विभाग के मुताबिक, प्रदेश में विभिन्न जगहों पर सरकारी और काहचराई जमीन पर कब्जा करने वालों में सेवानिवृत्त और सेवारत नौकरशाहों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कई छोटे सरकारी कर्मचारी भी शामिल हैं। इनमें अधिकांश से कब्जे वाली जमीन को छ़ुड़ा लिया है। कई प्रापर्टी डीलरों ने सैकड़ों कनाल जमीन कब्जाई हुई है। उसे भी मुक्त कराया जा रहा है। अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत अब तक 16 लाख कनाल सरकारी व काहचराई जमीन को मुक्त कराया गया है।

अतिक्रमण के खिलाफ प्रदर्शन जारी 

अतिक्रमण हटाओ अभियान के खिलाफ जम्मू, श्रीनगर, अनंतनाग और गांदरबल समेत कई जगहों पर लोगों ने प्रदर्शन किए। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि जिस जमीन से हटाया जा रहा वह उस पर बरसों से रह रहे हैं और कभी किसी ने उन्हें इस जमीन को खाली करने का नोटिस नहीं दिया है।

Edited By: Nidhi Vinodiya