Coronavirus: जम्मू कश्मीर ही एकमात्र ऐसा प्रदेश है, जहां 10 लाख की आबादी पर 10 हजार लोगों के टेस्ट हुए
बीते एक माह के दौरान प्रतिदिन 1800 टेस्ट से बढ़कर 8100 हो चुकी है। एक माह के दौरान टेस्ट में 350 फीसद बढ़ोतरी हुई है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू कश्मीर में लॉकडाउन में राहत के बीच कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए रेड जोन व कंटेनमेन एरिया में पाबंदियों को सख्ती से लागू किया जाएगा। पूरे देश में जम्मू कश्मीर ही एकमात्र ऐसा प्रदेश है, जहां 10 लाख की आबादी पर 10 हजार लोगों के टेस्ट हुए हैं।
प्रदेश प्रशासन के प्रवक्ता और ऊर्जा विकास विभाग के प्रधान सचिव रोहित कसंल ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मार्च में हम एक दिन में एक सौ टेस्ट कर रहे थे, लेकिन आज आठ हजार टेस्ट किए जा रहे हैं। बीते एक माह के दौरान प्रतिदिन 1800 टेस्ट से बढ़कर 8100 हो चुकी है। एक माह के दौरान टेस्ट में 350 फीसद बढ़ोतरी हुई है।
रेड जोन और कंटेनमेन एरिया में सख्ती से लागू होंगी पाबंदियां
कंसल ने बताया कि हमने कोरोना मामलों में न्यूनतम वृद्धि दर का लक्ष्य भी हासिल किया है। संक्रमितों की संख्या दुगनी होने की दर भी अब तीन सप्ताह में आगे बढ़ रही है। इसका यह मतलब नहीं कि हालात पूरी तरह ठीक हो गए हैं। एक जिले में 200 से ज्यादा और एक अन्य जिले में 150 से ज्यादा एक्टिव मामले हैं। दो जिलों में 10 लाख लोगों में संक्रमितों की संख्या 150 से ज्यादा है। प्रदेश के आधे जिलों में कोरोना मामले 14 से भी कम दिनों में दोगुने हुए हैं। दो जिले ऐसे हैं जहां बाहर से लौटने वाला एक भी नहीं है। यहां कुछ संक्रमितों से संपर्क भी नहीं हो रहा है, जो चिंता का कारण है। दूसरे प्रदेशों में फंसे जम्मू कश्मीर के लोगों को वापस लाने के बारे में उन्होंने कहा कि बीते चार सप्ताह के दौरान सड़क के रास्ते 66024 लोगों को वापस लाया गया है। देश विदेश में फंसे जम्मू कश्मीर के 85 फीसद लोगों को वापस लाया गया है। प्रदेश प्रशासन ने आर्थिक, व्यापारिक गतिविधियों को बहाल करने की दिशा में भी कई कदम उठाए हैं।