नेशनल गेम्स में विशाल थापर से फेंसिंग में जम्मू-कश्मीर को पदक की उम्मीद, सात घंटे रोज कर रहे अभ्यास
विशाल करीब तीन घंटे सुबह और चार घंटे शाम को नियमित अभ्यास कर रहे हैं। वे वर्ष 2006 से आज तक लगातार शानदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं। अब तक सीनियर नेशनल में चार स्वर्ण आठ रजत और 16 कांस्य पदक जीते हैं।
जम्मू, अशोक शर्मा : भारतीय फेंसिंग के सितारे विशाल थापर से 29 सितंबर से गुजरात में शुरू होने वाली नेशनल गेम्स में जम्मू-कश्मीर को पदक की सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं। इसके लिए विशाल करीब तीन घंटे सुबह और चार घंटे शाम को नियमित अभ्यास कर रहे हैं। उन्होंने वर्ष 2006 से एमए स्टेडियम में खेलना शुरू किया और तब से लेकर आज तक लगातार शानदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं। अब तक सीनियर नेशनल में चार स्वर्ण, आठ रजत और 16 कांस्य पदक जीते हैं।
इसके अलावा विशाल थापर आल इंडिया यूनिवर्सिटी में चार स्वर्ण और एक रजत पदक जीत चुके हैं। उन्होंने 2018 में आस्ट्रेलिया में कामनवेल्थ फेंसिंग चैंपियनशिप में देश का झंडा ऊंचा करते हुए स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा थाईलैंड ओपन फेंसिंग चैंपियनशिप में एक रजत और एक कांस्य पदक जीता। पिछली नेशनल गेम्स में कांस्य पदक जीत चुके हैं।
कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं जीतने के बाद विशाल ने 2018 में आस्ट्रेलिया में आयोजित कामनवेल्थ फेंसिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने मैड्रिड, स्पेन में विश्व कप, सियोल, कोरिया में एशियाई चैम्पियनशिप, काहिरा, मिस्र में विश्व तलवारबाजी चैंपियनशिप 2022 और वर्ष 2022 में राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप लंदन में भी भाग लिया।
विशाल थापर भारतीय नेवी में कार्यरत हैं। इन दिनों नेशनल सेंटर आफ एक्सिलेंस पटियाला में हैं। वर्ष 2011 से लगातार भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं। उनका अगा लक्ष्य पेरिस में 2024 में होने वाले ओलंपिक खेलों में देश के लिए खेलना और पदक जीतना है।
विशाल थापर ने खेली ये अंतरराष्ट्रीय प्रतियेागिताएं
- विश्व कप फेंसिंग चैंपियनशिप, मैड्रिड 2022
- एशियन फेंसिंग चैंपियनशिप, कोरिया 2022, व्यक्तिगत रैंक-32 रहा
- वर्ल्ड फेंसिंग चैंपियनशिप, मिस्र 2022, व्यक्तिगत रैंक-89
- कामनवेल्थ फेंसिंग चैंपियनशिप, लंदन 20
स्थानीय राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का अवार्ड मनी बढ़ाने की जरूरत : विशाल थापर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षो में देश भर में खेलों के क्षेत्र में शानदार उत्थान हुआ है। जम्मू-कश्मीर में ढ़ाचागत सुविधाएं बढ़ाई गई है। नई खेल नीति का आना स्वागत योग्य है लेकिन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान की तरह प्रोत्साहित करने की जरूरत है। खासकर प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को जो नकद इनामी राशि दी जाती है।वही खेल ऊपर आए हैं जिनमें पैसा बढ़ा है। खिलाड़ी जैसे ही पदक जीत कर आता है। उसी समय अगर सम्मानित किया जाए तो दूसरे कई बच्चे खेलों की ओर आएंगे। जितने ज्यादा प्रतिभागी होंगे उतनी ज्यादा प्रतिस्पर्धा होगी।
कोच छोटू लाल, रशीद चौधरी और साथी खिलाड़ियों का रहा सहयोग : विशाल थापर ने कहा कि उन्हें खिलाड़ी बनाने में कोच छोटू लाल शर्मा का बहुत योगदान रहा है। उनसे बहुत ज्यादा सीखने का मिला। वहीं वरिष्ठ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रशीद चौधरी, जिनके साथ काफी देर खेलने का मौका मिला। इसके अलावा दूसरे वरिष्ठ सहयोगियों का भी हमेशा अच्छा साथ रहा।
एनसीओई में किशन सर से काफी कुछ सीखने को मिला। इसके अलावा खिलाड़ी को हर प्रतियोगिता में कुछ न कुछ अच्छा सीखने को मिलता है। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का एक्सपोजर मैटर करता है। भारतीय सरकार ने खेलों के उत्थान के लिए जो नई योजनाएं बनाई हैं। उनका खिलाड़ियों को काफी लाभ हो रहा है। इसके परिणाम कुछ वर्षो में दिखने लगेंगे।
कोच बोले- विशाल अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक निकालने के काबिल : फेंसिंग कोच छोटू लाल शर्मा ने कहा कि विशाल थापर जम्मू की फेंसिंग की पहचान है। उनकी प्रतिभा की जितनी तारीफ की जाए कम है। अगर इस खिलाड़ी को हंगरी या विदेश में किसी अच्छे संस्थान में कोचिंग मिले तो यह किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक निकाल सकता है।
अगर यह खेलो इंडिया टाप्स योजना में हो तो इसको काफी लाभ हो सकता है। 2024 की ओलंपिक खेलों को देखते हुए इसे टाप्स में शामिल कर विदेश भेजा जाना चाहिए। रही बात नेशनल गेम्स की तो इसका पिछले नेशनल गेम्स में भी पदक था। इस बार पूल में इसे महाराष्ट्र, पंजाब और सर्विसेज के साथ खेलना है। मेहनत करने में यकीन करता है। इस समय भी खूब पसीना वाह रहा है। उम्मीद है इसकी मेहनत रंग लाएगी।