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हाईवे पर खानाबदोश लोगों को मवेशी लेकर चलने पर पाबंदी

राज्य ब्यूरो जम्मू सुरक्षाबलों के काफिले की सुरक्षित आवाजाही के लिए हाईवे को आम नागरिक

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Apr 2019 09:44 AM (IST)Updated: Sat, 13 Apr 2019 09:44 AM (IST)
हाईवे पर खानाबदोश लोगों को मवेशी लेकर चलने पर पाबंदी
हाईवे पर खानाबदोश लोगों को मवेशी लेकर चलने पर पाबंदी

राज्य ब्यूरो, जम्मू : सुरक्षाबलों के काफिले की सुरक्षित आवाजाही के लिए हाईवे को आम नागरिक वाहनों के लिए सप्ताह में दो दिन बंद करने के बाद राज्य प्रशासन ने अब चुनाव प्रकिया संपन्न होने तक खानाबदोश गुज्जर समुदाय पर अपने माल मवेशी लेकर जम्मू से वादी की तरफ जाने पर रोक लगा दी है। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस फैसले का विरोध करते हुए राज्यपाल सत्यपाल मलिक से चर्चा की है।

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खानाबदोश गुज्जर-बक्करवाल समुदाय गर्मियों में मार्च के अंत से निचले मैदानी इलाकों से जम्मू संभाग के पहाड़ी क्षेत्रों और कश्मीर घाटी में स्थित चरागाह के लिए निकलना शुरू कर देता है। अक्तूबर माह के अंत में यह फिर निचले इलाकों की तरफ आने लगता है।

राज्य प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए चुनाव प्रक्रिया के पूरे होने तक खानाबदोश लोगों को अपने माल-मवेशी संग पैदल ऊधमपुर से आगे हाईवे पर चलने पर तथाकथित रोक लगाई है। इस संदर्भ में जब संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया गया तो उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी साध ली। अलबत्ता, पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस मामले को राजनीतिक रंग देते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में प्रशासन एक के बाद एक जनविरोधी फैसले ले रहा है। खानाबदोश गुज्जर समुदाय को चुनाव प्रक्रिया के पूरे होने तक अपने माल मवेशी को जम्मू से घाटी ले जाने से रोकना गलत फैसला है। ये लोग चुनाव पूरा होने तक इंतजार नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि यही दिन हैं जब यह समुदाय अपने माल मवेशियों के साथ पहाड़ों व घाटी की तरफ जाता है। प्रशासन के आदेश से यह समुदाय एक बड़ी मुश्किल में हैं। महबूबा ने इस मुद्दे पर ट्वीट भी किया और कहा कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक से उनकी इस मुद्दे पर बातचीत हुई है। राज्यपाल ने उन्हें इस मामले को हल करने का पूरा यकीन दिलाया है।


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