Amarnath Yatra: अब यात्रा पंजीकरण के लिए नहीं लगना पड़ेगा लाइनों में, भक्त घर बैठे कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन
पहली जुलाई 2019 से शुरु हो रही श्री अमरनाथ जी की पवित्र गुफा की वार्षिक तीर्थयात्रा के इच्छुक यात्री अब ऑनलाईन पंजीकरण करा सकेंगे।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भगवान श्री अमरेश्वर की पवित्र गुफा की तीर्थयात्रा के इच्छुक श्रद्धालुओं को अब पंजीकरण के लिए लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। वह घर बैठकर भी आवेदन कर सकते हैं।श्री अमरनाथ श्राईण बोर्ड की अध्यक्ष राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने श्री अमरनाथ की यात्रा के इच्छ़क श्रद्धालुओं के लिए पायलट आधार पर शुरु की गई ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन सुविधा का बुधवार को शुभारंभ किया।
राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल ने बोर्ड के सीईओ उमंग नरुला, बाेर्ड के अतिरिक्त सीईओ अनूप कुमार सोनी, एनआइसी में वैज्ञानिक बैजू उबोट और सिदेश्वर भगत समेत सभी संबधित अधिकारियों की मौजूदगी में इस सेवा को शुरु किया। बोर्ड के सीईओ उमंग नरुला ने इस मौके पर बताया कि ऑनलाईन पंजीकरण की सुविधा को पायलट आधार पर शुरु करने का फैसला श्री अमरनाथ जी श्राईण बोर्ड की गत सात मार्च 2019 को हुई 36वी निदेशक मंडल में लिया गया था। उन्होंने बताया कि ऑनलाईन पंजीकरण की सुविधा को एनआईसी की मदद से तैयार किया गया है।
पहली जुलाई 2019 से शुरु हो रही श्री अमरनाथ जी की पवित्र गुफा की वार्षिक तीर्थयात्रा के इच्छुक यात्री अब ऑनलाईन पंजीकरण करा सकेंगे। लेकिन शुरु में सिर्फ 500 ही श्रद्धालु ऑनलाईन पंजीकरण रोजाना करा सकेंगे। उन्होंने बताया कि बाल्टालमार्ग और पहलगाम मार्ग से रोजाना 250-250 श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाईन पंजीकरण सुविधा ही उपलब्ध रहेगी। लेकिन ऑनलाईन पंजीकरण की सुविधा का लाभ लेने के इच्छ़ुक श्रद्धालुओंको प्रति श्रद्धालु 200 रुपये के शुल्क के साथ संबधित राज्य व केंद्र शासित राज्य द्वारा स्वास्थ्य प्रमाणपत्र जारी करने के लिए नामित डाक्टर अथवा अस्पताल द्वारा जारी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र को भी अपलाेड करना होगा।
कंप्यूटर द्वारा जारी यात्रा पर्ची को, जिस पर क्यूआर और बॉर कोड होगा, स्वास्थ्य प्रमाणपत्र की असल प्रति के साथ दोमेल, चंदनबाड़ी स्थित एक्सेस कंट्रोल गेट पर संबधित अधिकारियों को दिखानाहोगा। इसके बिना संबधित श्रद्धालु को यात्रा की अनुमति नहीं होगी।
श्राईन बोर्ड ने एक नयी पहल के तहत यात्रा परिमट प्रपत्र पर क्यूआर और बॉर कोडिंग शुरु की है। क्यूआर कोटको यात्रियोंकेडाटा बेस में उनके मोबाईल नंबर के साथ जोड़ा जाएगा। यात्रा प्रमाणपत्र के क्यूआर कोड को दोमेल व चंदनबाड़ी स्थित एक्सेस कंट्रोल गेट व अन्य शीविरोंमें स्कैन् किया जाएगा। इससे रियल टाईम आधारित यात्रियों की गणना और निगरानी हो सकेगी।उन्होंने बताया कि ऑनलाईन पंजीकरण से संबधित पूरा ब्यौरा श्री अमरनाथ जी श्राईन बोर्ड कीअधिकृत बेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है।
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