कश्मीर में शराब की दुकानें खोलने का विरोध होने पर सरकार बोली- ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं
अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी ने कहा कि सरकार अगर ऐसा करती है तो इससे कश्मीर में गलत संदेश जाएगा।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कश्मीर में शराब की दुकानें खोलने के प्रस्ताव का धार्मिक व अन्य संगठनों के विरोध के बाद सरकार ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं। सरकार ने स्पष्ट किया है कि अभी उसका कहीं पर भी शराब की दुकानें खोलने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
एक दिन पहले ही सोशल साइट पर जम्मू कश्मीर में 183 जगहों पर शराब की दुकानें खोलने का प्रस्ताव वायरल हुआ था। मुतहिदा मजलिस-ए-उलेमा जिसकी अध्यक्षता हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक करते हैं, ने साफ किया कि अगर सरकार ने कश्मीर में कहीं भी शराब की दुकानें खोलने का प्रयास किया तो उसका विरोध किया जाएगा। कश्मीर में 67 जगहों पर शराब की दुकानें खोलने का प्रस्ताव चिंताजनक है। यह घाटी में रहने वाले मुस्लिम समाज के लिए सही नहीं है। सरकार को प्रस्ताव को वापस लेना चाहिए।
इसके बाद जम्मू कश्मीर के वित्त विभाग ने स्पष्ट किया कि अभी शराब की दुकानें खोलने का कोई प्रस्ताव नहीं है। ऐसी कोई सूची तैयार नहीं की गई है। हितधारकों की मंजूरी के बिना ऐसा कोई फैसला नहीं लिया जाएगा। प्रमुख सचिव रोहित कसंल ने ट्वीट कर कहा है कि वह आधी पकी पकाई खबरों पर यकीन न करें और अफवाहों में यकीन न करें, लेकिन वास्तविकता यह है कि शराब की नई दुकानें खोले जाने को लेकर आबकारी विभाग के आयुक्त राजेश शवन ने 16 जून को फाइनेंस कमिश्नर को एक पत्र लिखकर प्रदेश में कुल 183 शराब दुकानों के लिए चिन्हित जगहों में नई दुकानें खोले जाने के लिए मंजूरी मांगी हैं। इस पत्र की संख्या इसी/इएक्ससी/ सब वेंडर 663 है।
यह कहा जा रहा कि जम्मू कश्मीर सरकार कई जगहों पर शराब की दुकानें खोलने की योजना बना रही है। इस पर अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी ने कहा कि सरकार अगर ऐसा करती है तो इससे कश्मीर में गलत संदेश जाएगा।