शहीदी दिवस व शेख अब्दुल्ला की जंयती की छुट्टियों की 'छुट्टी', 2020 का सरकारी कैलेंडर जारी
जम्मू कश्मीर में सरकारी कार्यालयों व शैक्षिक संस्थानों के लिए वर्ष 2020 की घोषित 27 छुट्टियोंं में इस बार सिर्फ विलय दिवस का अवकाश ही नया है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : नये जम्मू कश्मीर में अब शहीदी दिवस (13 जुलाई) और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला के पिता स्व. शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की जयंती (05 दिसंबर) पर अवकाश नहीं होगा। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को वर्ष 2020 के लिए सरकारी छुट्टियों का कैलेंडर जारी करते हुए इन दोनों दिन होने वाली सरकारी छुट्टी की 'छुट्टी' कर दी है। प्रशासन ने विलय दिवस पर 26 अक्टूबर को राजकीय अवकाश रखा है, लेकिन विलय पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले महाराजा हरि ङ्क्षसह की जयंती पर छुट्टी का एलान नहीं किया है। बता दें कि एक दिन पहले लद्दाख ने भी अपना कैलेंडर जारी करते हुए शहीदी दिवस और शेख अब्दुल्ला की जयंती पर अवकाश रद कर दिया है।
जम्मू कश्मीर में सरकारी कार्यालयों व शैक्षिक संस्थानों के लिए वर्ष 2020 की घोषित 27 छुट्टियोंं में इस बार सिर्फ विलय दिवस का अवकाश ही नया है। जम्मू कश्मीर के भारत में विलय के लगभग 72 साल बाद विलय दिवस पर अवकाश का एलान हुआ है। भारतीय जनता पार्टी, पैंथर्स पार्टी समेत कई राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन बरसों से विलय दिवस पर अवकाश की मांग कर रहे थे। वहीं विलय पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले अंतिम डोगरा शासक स्व. महाराजा हरि ङ्क्षसह की जयंती पर 23 ङ्क्षसतबर को जम्मू प्रांत के लोगों की अवकाश की मांग केंद्र शासित राज्य प्रशासन ने पूरी नहीं की है।
भारतीय जनता पार्टी ने कई बार महाराजा हरि ङ्क्षसह की जयंती पर अवकाश घोषित कराने का जम्मूवासियों को यकीन दिलाया था। डोगरा स्वाभिमान संगठन, अमर क्षत्रीय राजपूत सभा, डोगरा फ्रंट, पैंथर्स पार्टी जैसे संगठन बरसों से इस अवकश की मांग कर रहे हैं। जम्मू नगर निगम ने गत दिनों महाराजा की जयंती पर अवकाश के लिए एक प्रस्ताव भी पारित किया था। एकीकृत जम्मू कश्मीर विधानपरिषद में भी इस विषय में एक प्रस्ताव पारित हुआ था, लेकिन बात नहीं बनी।
शुक्रवार को जारी कैलेंडर में शहीदी दिवस का अवकाश शामिल नहीं है। यह अवकाश 13 जुलाई 1931 को कश्मीर में महाराजा के खिलाफ हुए एक विद्रोह में मारे गए लोगों की याद में था। 13 जुलाई को हर साल जम्मू कश्मीर में सरकारी स्तर पर शहीदी दिवस मनाया जाता रहा है। शहीदी दिवस का अवकाश समाप्त होने के साथ ही अब यह भी तय हो गया है कि अब सरकारी स्तर पर शहीदी दिवस समारोह भी नहीं होगा। नेशनल कांफ्रेंस के संस्थापक व जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला की जयंती पर पांच दिसंबर का अवकाश भी अब इतिहास का हिस्सा बन गया है।
राज्य में कुल 27 अवकाश
- 02 जनवरी : श्री गुरु गोविंद ङ्क्षसह जी का प्रकाशोत्सव
- 26 जनवरी : गणतंत्र दिवस
- 21 फरवरी : महा शिवरात्रि
- 21 मार्च : नौरोज
- 22 मार्च : शब-ए-मेहराज
- 25 मार्च : प्रथम नवरात्र
- 02 अप्रैल : रामनवमीं
- 13 अप्रैल : बैसाखी
- 14 अप्रैल : डॉ. बीआर अंबेडकर की जयंती
- 07 मई : बौद्ध पूर्णिमा
- 21 मई : शब-ए-कद्र
- 22 मई : जुम्मात उल विदा
- 25 मई : ईद-उल-फितर
- 18 जून : श्री गुरु हरगोङ्क्षवद साहिब का प्रकाशोत्सव
- 31 जुलाई/01 अगस्त : ईद उल जुहा
- 12 अगस्त : जन्माष्टमी
- 15 अगस्त : स्वतंत्रता दिवस
- 29 अगस्त : आशूरा
- 02 अक्टूबर : गांधी जयंती
- 24 अक्टूबर : महानवमीं
- 25 अक्तूबर : दशहरा
- 26 अक्टूबर : विलय दिवस
- 29 अक्टूबर : ईद-ए-मिलाद उन नबी
- 30 अक्टूबर : जुम्मात उल विदा
- 14 नवंबर : दीपावली
- 30 नवंबर : श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाशोत्सव
- 25 दिसंबर : क्रिसमस
सिर्फ कश्मीर संभाग में अवकाश :
- 27 मार्च : शब-ए-मिराज के बाद पहला शुक्रवार
- 30 मई : मेला खीर भवानी
- 28 जुलाई : उर्स शाह-ए-हमदान
- 14 अक्टूबर : उर्स शेख नूरुद्दीन नूरानी
सिर्फ जम्मू संभाग में अवकाश :
- 13 जनवरी : लोहड़ी
- 09 फरवरी : गुरु रविदास जी का प्रकाशोत्सव
- 09 मार्च : होली
जिला जम्मू में छुट्टी :
- 01 अप्रैल : मेला बाहु फोर्ट
- 06 अप्रैल : महावरी जयंती
- 10 अप्रैल : गुड फ्राइडे
जिला किश्तवाड़ में अवकाश :
- 20 जून : उर्स शाह फरीद-उद्दीन
- 28-29 जून : सथल देवी यात्रा
जिला डोडा की भद्रवाह व भाला तहसील में अवकाश :
- 16-17 अगस्त : कैलाश यात्रा
- 23-24 अगस्त : मेला पट
किश्तवाड़, डोडा व रामबन जिले में अवकाश :
- 10 नवंबर : उर्स शाह असरार उद्दीन