Coronavirus Alert in Jammu Kashmir: सरकार ने माना जम्मू-कश्मीर में स्थिति चुनौतीपूर्ण पर अभी नियंत्रण में
अभी भी दो लाख डोज पड़ी हुई हें। उन्होंने कहा कि सरकार सभी लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ उनके इलाज को सुनिश्चित बना रही है। उन्होंने कहा कि अब एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण शुरू हो रहा है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू-कश्मीर सरकार ने बुधवार को कहा कि कोविड ग्राफ जम्मू-कश्मीर में तेजी के साथ बढ़ रहा है। यहां पर हालात काफी चुनौतीपूर्ण बन गए हैं। संक्रमण दर 8.12 फीद हो गई है जो कि पिछले वर्ष कह तुलना में टधिक है। सरकार कोरोना को रोकने के लिए पांच मूल मंत्रों पर काम कर रही है। यह बात जम्मू-कश्मीर सरकार के प्रमुख सचिव रोहित कंसल, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तिय आयुक्त अटल ढुल्लू, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव सिमरनदीप सिंह और मिशन निदेशक मोहम्मद यासीन ने बुधवार को एक संयुक्त पत्रकार वार्ता में कही।
वित्तिय आयुक्त अटल ढुल्लू ने कहा कि कोरोना का तेजी से बढ़ रहा ग्राफ चुनौतीपूर्ण है। लेकिन अभी हालात नियंत्रण से बाहर नहीं हैं। स्थिति से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार ने कई कदम उठाए हैं। सरकार पांच मूल मंत्रों पर काम कर रही है। ट्रैवलर्स, संदिग्धों सहित अन्य लोगों के टेस्ट तेजी के साथ हो रहे हें। जहां पर अधिक मामले आ रहे हैं, उन स्थानों को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है। वहां पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा संक्रमितों को आइसोलेशन में रखना, उनका इलाज करना भी इसी नीति का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना से निपटने के लिए वैक्सीन नहीं थी लेकिन इस बार वैक्सीन भी है और अभी तक 18 लाख से अधिक लोग वैक्सीन की डोज ले चुके हैं। इस समय जम्मू-कश्मीर में 13400 सक्रिय मामले हैं। ठीक होने की दर 89.6 फीयद है। जम्मू-कश्मीर में मृत्यु दर 1.38 फीसद है। उन्होंने कहा कि अगर पिछले साल से तुलना करें तो इस बार हालात चुनौतीपूर्ण हैं। जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों में अभी तक 120 कंअेनमेंट जोन बनाई गई हैं। इसमें संक्रमिताें के संपर्क में आने वालों की पहचान की जाती है।
इस साल अभी तक संपर्क में आए एक लाख 64 हजार लोगों का पता लगाया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की जांच और इलाज के लिए सुविधाओं को लगातार बढ़ाया जा रहा है। तीन कोबास-6800 टेस्टिंग मशीनें प्रमुख अस्पतालों में बहुत जल्दी लगाई जा रही हैं। अभी तक पूरे प्रदेश में कोराेना के मरीजों के लिए 600 वेंंटीलेटर लगाए गए हें। इनमें से 48 फीसद पर इस समय मरीज हैं। लेवल एक के अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के लिए छह हजार बिस्तर हैं। दस हजार आक्सीजन के बड़े सिलेंडर भी हें। इसके अलावा साढ़े तीन हजार मध्यम साइज के सिलेंडर भी हैं। ढुल्लू ने दावा किया सरकार 36अस्पतालों में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्िाापित कर रही है। इनमें से 23 में इसी सप्ताह के अंत तक प्लांट काम करना शुरू कर देंगे। इससे दो हजार अतिरिक्त बिस्तरों को आक्सीजन सप्लाई मिलेगी।
पत्रकार वार्ता में अधिकारियों ने कहा कि पीपीइ किट, एन-95 मास्क, वायरल ट्रांसपोर्ट मीडियम हर चीज विभाग के पास पर्यापत मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मीडिया से भी अपनी भूमिका निभाने को कहा। लोगों से एसओपी का पालन करने और उन्हें टीकाकरण केंद्रों में जाकर टीके लगवाने के लिए कहें।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से वैक्सीन लगातार मिल रही है। अभी भी दो लाख डोज पड़ी हुई हें। उन्होंने कहा कि सरकार सभी लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ उनके इलाज को सुनिश्चित बना रही है। उन्होंने कहा कि अब एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण शुरू हो रहा है।
ढुल्लू ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में यूके कोविड स्ट्रेन और अन्य नए स्ट्रेन के अभी तक 28 मामले दर्ज हुए हैं। प्रमुख सचिव रोहित कंसल ने कहा कि कई लोगों में टीकाकरण को लेकर गलतफहमियां हैं और उन्हें दूर किया जा रहा है। अब लोग बड़ी संख्या में टीकाकरण के लिए आगे आ रहे हैं। लखनपुर, सांबा, लोअर मुंडा में चैक पोस्ट बनाई गई है। इसके अलावा रेलवे स्टेशन और हवाई अड़्डों पर भी बाहर से आनेे वाले सभी लोगों की जांच हो रही है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में देश में सबसे अधिक टेस्अ हो रहे हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव सिमरनदीप सिंह ने कहा कि आज से सभी सार्वजनिक वाहनों में पचास फीसदी की क्षमता के साथ हीउन्हें चलाने की अनुमति है। पुलिस को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह इसे सुनिश्चित बनाएं।