हुर्रियत नेताओं से भी किसी मोड़ पर हो सकती है बातचीत
राज्य ब्यूरो, जम्मू : हुर्रियत कांफ्रेंस और राजभवन के बीच संवाद-संपर्क का पुल बनाने का प्रयास क
राज्य ब्यूरो, जम्मू : हुर्रियत कांफ्रेंस और राजभवन के बीच संवाद-संपर्क का पुल बनाने का प्रयास करते हुए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मंगलवार को कहा कि अलगाववादी नेताओं को अगर किसी जगह जुल्म या अन्याय का पता चलता है तो वह सीधा मुझे बताएं। बेशक, हुर्रियत नेताओं की विचारधारा मेरी विचारधारा से भिन्न है, लेकिन मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं। राज्यपाल ने कहा कि मेरा हुर्रियत के लोगों को संदेश है कि वह मुझे कोई बाहरी आदमी न समझें। उन्होंने उम्मीद जताई कि हुर्रियत खेमे के कई नेताओं से आगे चलकर किसी मोड़ पर किसी स्तर पर बातचीत भी हो सकती है।
यहां एक न्यूज एजेंसी के साथ बातचीत में राज्यपाल ने कहा कि अगर उन्हें (हुर्रियत नेताओं) लगता है कि किसी जगह सेना या पुलिस द्वारा ज्यादतियां की गई हैं तो वह तुरंत मुझे फोन पर संपर्क कर सकते हैं या किसी व्यक्ति को शिकायत के साथ मेरे पास भेज सकते हैं। शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई और पूरा ध्यान दिया जाएगा। हमने अब तक 40 हजार से ज्यादा शिकायतों को हल किया :
राज्यपाल ने कहा कि मैं जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ फोन पर भी संपर्क में रहता हूं। जो भी शिकायतें मेरे वाट्सएप पर प्राप्त होती हैं, मैं उन्हें हल करने का प्रयास करता हूं। उन्होंने कहा कि मुझे यहां राज्यपाल बने अभी चंद माह ही हुए हैं। राज्य में 20 जून 2018 को राज्यपाल शासन लागू होने के बाद से अब तक जम्मू कश्मीर प्रशासन के शिकायत कक्ष ने प्राप्त 41,716 शिकायतों व मुद्दों में से 40,457 को हल किया है, अन्य को संबंधित विभागों को उचित कार्रवाई के लिए भेजा है।