Jammu Kashmir BJP: प्रदेश अध्यक्ष पर आम सहमति बनाने के लिए भाजपा लेगी राय
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कई राज्यों में बिगड़े हालात को देखते हुए टाला गया भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव अब जनवरी के पहले हफ्ते में संभव है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर भाजपा का नया अध्यक्ष चुनने के लिए पार्टी हाईकमान द्वारा भेजे गए पदाधिकारी जम्मू में पार्टी नेताओं से वन टू वन बैठक कर आम सहमति बनाने के लिए बात करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष चुनने की सियासी गतिविधियों के बीच पार्टी नेताओं की राय लेने के लिए ही राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव और राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर 27 दिसंबर को दो दिवसीय जम्मू दौरे पर आ रहे हैं। हाईकमान द्वारा भेजे जा रहे ये वरिष्ठ नेता जम्मू में पार्टी के सांसदों, पूर्व विधायकों, प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
दरअसल, भाजपा नेतृत्व जम्मू कश्मीर में आम सहमति से प्रदेश अध्यक्ष चुनना चाहता है। इसलिए हाईकमान के प्रतिनिधि जम्मू में आरएसएस के पदाधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगे। पहले ये वरिष्ठ नेता 13 दिसंबर को जम्मू आने वाले थे। भाजपा हाईकमान ने उनके जम्मू दौरे को कुछ दिन के लिए टाल दिया था।
इसी बीच भाजपा नेताओं से 27 दिसंबर को बैठकें करने के बाद मुरलीधर राव व सुनील देवधर 28 दिसंबर को गांधीनगर में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बुद्धिजीवियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना ने वरिष्ठ नेताओं के जम्मू दौरे की पुष्टि की है।
प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव जनवरी में संभव : नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कई राज्यों में बिगड़े हालात को देखते हुए टाला गया भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव अब जनवरी के पहले हफ्ते में संभव है।
सीएए दायरे में नहीं रोहिंग्या: भाजपा
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीडऩ के कारण पलायन करने वाले अल्पसंख्यकों को शरण देने के उद्देश्य से लाया है। रोहिंग्या मुस्लिम इस कानून के दायरे में नहीं आते हैं। लिहाजा इन्हें भारत की नागरिकता नहीं मिल सकती। ऐसे ही तमिल भी इस श्रेणी में नहीं आते क्योंकि वो धार्मिक उत्पीड़न का शिकार नहीं है। वे अलग राज्य के लिए लड़ रहे हैं। ऐसे में विपक्षी दलों का सीएए को भेदभाव पूर्ण बताना केवल जनता को भ्रमित करना है। यह बात जम्मू कश्मीर भाजपा ने बयान जारी कर कही है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता ने यहां जारी बयान में कहा कि रोहिंग्या मुस्लिम को तो मलेशिया व बांग्लादेश जैसे मुस्लिम देशों ने भी स्वीकार नहीं किया। 10 हजार से ज्यादा रोङ्क्षहग्या जम्मू में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जम्मू व सांबा जिले में 5700 से अधिक रोहिंग्या हैं, जबकि गैर सरकारी आंकड़ों की माने तो यह दस हजार से भी ज्यादा है। जम्मू के विभिन्न इलाकों में बस्तियां बना कर यह अवैध रूप से रह रहे हैं और बिजली विभाग ने 7273 दिए हैं जो 2008 से फरवरी 2017 के बीच जारी हुए।
ये हैं दावेदार : प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना को फिर से प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने के खासे आसार हैं। उनके अलावा पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता, प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा व राज्यसभा के सांसद शमशेर सिंह मन्हास भी प्रदेश अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार हैं। प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर अंतिम मुहर हाईकमान की होगी।