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Jammu Kashmir: जेके स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक का बोर्ड भंग, नए चेयरमैन की नियुक्ति

हिलाल अहमद मीर ने बैंक के चेयरमैन के साथ मिलकर सोसायटी का फर्जी रजिस्ट्रेशन पत्र तैयार किया और 223 करोड़ रुपये का ऋण हासिल किया।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 18 May 2020 11:52 AM (IST)Updated: Mon, 18 May 2020 11:52 AM (IST)
Jammu Kashmir: जेके स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक का बोर्ड भंग, नए चेयरमैन की नियुक्ति
Jammu Kashmir: जेके स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक का बोर्ड भंग, नए चेयरमैन की नियुक्ति

जागरण संवाददाता, जम्मू: जम्मू कश्मीर स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक में 223 करोड़ रुपये के कर्ज घोटाले में प्रदेश सरकार ने अब बड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने बैंक के बोर्ड को ही भंग कर दिया है। साथ ही इसका प्रबंधन अपने हाथ में ले लिया है। नए बोर्ड का गठन भी कर दिया गया है। इसके अलावा एंटी करप्शन ब्यूरो ने बैंक के चेयरमैन पद से हटाए गए मोहम्मद शफी डार पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज कर लिया है।

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मोहम्मद शफी पर आरोप है कि चेयरमैन रहने के दौरान उनकी अध्यक्षता वाले बैंक के बोर्ड ने हिलाल अहमद मीर की रिवर झेलम को-आपरेटिव हाउस बिल्डिंग सोसायटी को 223 करोड़ का ऋण मंजूर किया था, जबकि ऐसी कोई सोसायटी धरातल पर थी ही नहीं। अलबत्ता, सरकार ने हिलाल मीर द्वारा कर्ज की राशि से श्रीनगर के धारबाग शिवपोरा में खरीदी गई 257 कनाल जमीन अटैच कर दी है। बैंक के पास अधिकतम एक करोड़ का ऋण देने का अधिकार था, लेकिन इसका उल्लंघन किया गया। को-ऑपरेटिव बैंक ने एक फर्जी सोसायटी को 223 करोड़ का ऋण दिया। इससे भी बड़ा फर्जीवाड़ा यह रहा कि ऋण देते समय बैंक ने सोसायटी की बैलेंस शीट, मुनाफे-घाटे, पैन नंबर, आयकर रिटर्न व बोर्ड सदस्यों समेत अन्य जानकारियां लेना भी जरूरी नहीं समझा। फर्जीवाड़े का पता चलने पर नाबार्ड, एंटी करप्शन ब्यूरो व रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव सोसाइटी ने जांच शुरू की थी। प्रारंभिक जांच में फर्जी सोसायटी को ऋण दिए जाने की पुष्टि होने पर सरकार ने बोर्ड को भंग करके प्रबंधन अपने हाथ में लेने का फैसला किया।

तीन सौ करोड़ के लिए आवेदन किया थाः प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि तथाकथित रूप से सोसायटी के चेयरमैन ने बैंक में 300 करोड़ रुपये के ऋण का आवेदन देते हुए कहा कि सोसायटी को कॉलोनी बनाने के लिए श्रीनगर में 300 कनाल जमीन खरीदनी है। इसके लिए ऋण चाहिए। यह सोसायटी रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव सोसायटी के साथ पंजीकृत भी नहीं थी, लेकिन मीर ने बैंक के चेयरमैन के साथ मिलकर सोसायटी का फर्जी रजिस्ट्रेशन पत्र तैयार किया और 223 करोड़ रुपये का ऋण हासिल किया।

कश्मीर के डिवकॉम को बैंक का चेयरमैन बनायाः प्रदेश सरकार की ओर से कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर पांडुरंग के पोले को बैंक का चेयरमैन नियुक्त किया गया है, जबकि केएएस अधिकारी तसद्दुक हुसैन मीर को बैंक का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया है। इसके अलावा नाबार्ड के जनरल मैनेजर, एडिशनल रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव कश्मीर, जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील मोक्षा काजमी, जेएंडके बैंक के प्रेजीडेंट रजनी सराफ व चार्टेड एकाउंटेंट आर सबोती को बोर्ड का डायरेक्टर मनोनीत किया गया है।


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