Move to Jagran APP

Jammu Farmers: किसानों की राह आसान बना रही कोरोना कर्फ्यू में खुली खाद बीज की दुकानें

पनोतरे चक के किसान कुलदीप शर्मा ने बताया कि बीज के लिए वह प्रहलादपुर गांव जा रहे हैं। बीज की दुकानें खुली है और किसानों को जरूरत का बीज मिल रहा है। लॉक डाउन में खाद बीज की दुकानें खुली रखने का सरकार का निर्णय सही है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sun, 16 May 2021 10:14 AM (IST)Updated: Sun, 16 May 2021 10:14 AM (IST)
Jammu Farmers: किसानों की राह आसान बना रही कोरोना कर्फ्यू में खुली खाद बीज की दुकानें
अभी लगाई जा रही भिंडी बरसात के दिनों में तैयार होने लगेगी।

जम्मू, जागरण संवाददाता: कोरोना के इस दौर में खाद बीज की खुली दुकानें किसानों की राह आसान बना रही हैं। खरीफ सीजन आरंभ हो चुका है। ऐसे भिंडी, घिया, करेला, खीरा, मूली जैसी सब्जियां लगाने का समय तो है ही, वहीं धान व मक्की की खेती भी शुरू होनी है। ऐसे में किसानों को उसकी जरूरत के हिसाब से बीज चाहिए। खाद, बीज, दवाई की दुकानें व सरकारी बीज केंद्र इन दिनों खुले हैं।

loksabha election banner

कोरोना कर्फ्यू में इन दुकानों को खोलने की छूट दी हुई है ताकि किसान खेती के काम को आगे बढ़ा सकें। इससे किसानों की निकल पड़ी है। रबी सीजन की खेती परी करने के बाद अब यह किसान खरीफ फसल की तैयारी में जुट गए हैं। हालांकि कुछ फसलों के बीज की किल्लत इन दुकानों पर भी है, लेकिन फिर भी किसानों का काम चल ही रहा है।

मंडाल फलाएं में स्थित भारती सीड स्टोर चलाने वाले देवी दयाल ने बताया कि मंडाल क्षेत्र में किसान भिंडी की खेती बड़े तौर पर करता है। इन दिनों भिंडी का बीज खूब बिक रहा है। अभी लगाई जा रही भिंडी बरसात के दिनों में तैयार होने लगेगी।

पनोतरे चक के किसान कुलदीप शर्मा ने बताया कि बीज के लिए वह प्रहलादपुर गांव जा रहे हैं। बीज की दुकानें खुली है और किसानों को जरूरत का बीज मिल रहा है। लॉक डाउन में खाद, बीज की दुकानें खुली रखने का सरकार का निर्णय सही है। इसका लाभ किसानों को हो रहा है।

  • बीज, खाद की सभी दुकानें खुली हैं। सरकारी बीज केंद्रों पर खरीफ सीजन का बीज पहुंचा दिया गया है। सोमवार से बासमती का बीज भी इन केंद्रों पर पहुंचना आरंभ हो जाएगा। किसानों से गुजारिश है कि बासमती इस हिसाब से लगाएं कि इसका दाना अक्टूबर माह में तैयार होने लगे। तब इस साजगार मौसम में बासमती बेहतर तरीके से तैयार होगी और वाोमहक बनेगी जिसके लिए यहां की बासमती जानी जाती है। - अरविंद्र सिंह रीन, मुख्य कृषि अधिकारी जम्मू।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.