Jammu Kashmir : किसानों को अभी से सता रही बासमती धान की चिंता, उचित दाम नही मिल पा रहे
आरएस पुरा बेल्ट में बासमती की पारंपरिक खेती होती है। यहां के स्थानीय बीज ही यहां की खेती में लगता है और अव्वल दर्जे की बासमती प्राप्त होती है जिसका कोई मुकाबला नही। लेकिन सही दाम नही मिलने से पारंपरिक खेती कर रहे किसान निराश है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : बासमती धान की फसल परवान चढ़ रही है मगर इसके साथ ही दाम की चिंता किसानों को अभी से सताने लगी है। वर्तमान में एक क्विंटल बासमती धान तकरीबन 4200 रुपये में बिक रही है। पिछले कुछ बरसों से आरएस पुरा बासमती धान के दाम मंदे ही रहे हैं और इससे किसानों को नुकसान हो रहा है। किसानों का कहना है कि प्रशासन की अनदेखी का खमियाजा अब किसान लोग भुगत रहे हैं। उनको अव्वल दर्जे की बासमती के उचित दाम नही मिल पा रहे।
आरएस पुरा बेल्ट में बासमती की पारंपरिक खेती होती है। यहां के स्थानीय बीज ही यहां की खेती में लगता है और अव्वल दर्जे की बासमती प्राप्त होती है जिसका कोई मुकाबला नही। लेकिन सही दाम नही मिलने से पारंपरिक खेती कर रहे किसान निराश है।
उनका कहना है कि अच्छे दाम दिलाने के लिए सरकार को गारंटी देनी होगी। जम्मू के आरएस पुरा के किसान संदीप कुमार का कहना है कि किसानों की बासमती प्रति क्विंटल 7 हजार रुपये बिकनी चाहिए तब जाकर किसानों का भला होगा। लेकिन कड़ी मेहनत करने के बाद भी किसान खेती का खर्च नही मोड़ पा रहा। वहीं किसान स्वर्ण सिंह ने कहा कि सात आठ साल पहले इसी बासमती धान के दाम सात हजार रुपये को पार कर गए थे।
जब किसान मालामाल हुए । लेकिन उसके बाद ऐसी स्थिति बनी ही नही। पिछले साल सीजन के आरंभ में बासमती के दाम प्रति क्विंटल 3600 से चार हजार रुपये रहे। अब तीन माह बाद बासमती निकल आएगी लेकिन दाम की चिंता किसानों को तो है। । उन्होंने कहा कि बासमती को उगाने के लिए किसानों को पूरे चार माह की मेहनत करनी पड़ती है।
किसानों को मौसम की मार का जोखिम उठाना पड़ता है। ऐसे में सरकार का पूरा समर्थन चाहिए। वहीं किसान अजय चदगाल ने कहा कि जैसे सामान्य बासमती के लिए सरकार समर्थन मूल्य जारी करती है। ऐसे ही बासमती के लिए भी न्यूनतम समर्थन मूल्य जाररी किया जाए। वहीं किसानों को बोनस भी दिया जाए।