Gharana Wetland : जम्मू का प्रसिद्ध घराना वेटलैंड धीरे-धीरे बदल रहा अपना रंग रूप, संरक्षित की जा रही भूमि
वहीं अब यहां पर आधा दर्जन व्यू प्वाइंट बनाए जाएंगे ताकि आने वाले लोग व्यू प्वाइंट से पक्षियों का आनंद ले सकें। वन्यजीव संरक्षण विभाग वेटलैंड के साथ लगती भूमि को भी समतल किया है ताकि पर्यटकों के बैठने टहलने की जगह उपलब्ध हो सके।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू का प्रसिद्ध घराना वेटलैंड धीरे धीरे अपनी रंग रूप बदल रहा है। वेटलैंड पर पक्षियों को बेहतर वातावरण देने और इन पक्ष्रियों की नम भूमि को संरक्षित करने का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रशासन ने पहले ही तकरीबन 400 कनाल भूमि का अधिग्रहण कर लिया था। अब चारों ओर हदबंदी करने के लिए जाली लगाने का काम चल रहा है। यह इसलिए ताकि वेटलैंड के अंदर लोगों का अकारण हस्तक्षेप न हो और प्रवासी पक्षियों को बेहतरीन वातावरण प्राप्त हो सके।
वहीं दूसरी ओर वेटलैंड के बाहरी क्षेत्र में पार्किंग बनाने का काम जारी है। अब घराना वेटलैंड पर पक्षियों को देखने के लिए आने वाले लोग गांव के बाहरी हिस्से में ही अपने वाहन खड़ा कर पैदल ही ओव्जरवेटरी हट तक पहुंच सकेंगे और परिंदों का नजारा देख सकेंगे। वेटलैंड परिसर मेें गाद गंदगी को बाहर निकाला गया है और कूड़े के लगे ढेर पहले ही हटाए गए हैं।
वहीं अब यहां पर आधा दर्जन व्यू प्वाइंट बनाए जाएंगे ताकि आने वाले लोग व्यू प्वाइंट से पक्षियों का आनंद ले सकें। वन्यजीव संरक्षण विभाग वेटलैंड के साथ लगती भूमि को भी समतल किया है ताकि पर्यटकों के बैठने, टहलने की जगह उपलब्ध हो सके।
घराना वेटलैंड पर आने वाले पक्षियों को बराबर दाना पानी मिले, इसके लिए वेटलैंड के साथ लगती जमीन पर गेहूं व बरसीम की बिजाई की गई है। वहीं तालाब के साथ लगते किनारें पर पानी के छोटे छोटे स्रोत भी बनाए गए हैं। वेटलैंड पर बना बेहतर वातावरण प्रवासी बतखों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
ऐसे में उम्मीद है कि सिरपट्टी सवन पक्षी अगले एक दो दिनों में तालाब में उतर आएंगे। यह पक्षी रोज वेटलैंड के उपर से होकर गुजर रहे हैं और तालाब के चक्कर भी लगा रहे हैं। मगर अभी इन पक्षियों के तालाब में उतरने का इंतजार हो रहा है।