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Jammu Kashmir: शिक्षा विभाग ने बच्चों से पूछा- कैसे बीत रहे हैं घर में आपके दिन

इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों को अपनी एंट्री व्हाट्सएप नंबर 9013814285 पर भेजने होगी। एंट्री के साथ अपना नाम पता और आयुवर्ग की जानकारी भी देनी होगी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 12:52 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 05:18 PM (IST)
Jammu Kashmir: शिक्षा विभाग ने बच्चों से पूछा- कैसे बीत रहे हैं घर में आपके दिन
Jammu Kashmir: शिक्षा विभाग ने बच्चों से पूछा- कैसे बीत रहे हैं घर में आपके दिन

जम्मू, सुरेंद्र सिंह: कहते हैं न वक्त अच्छा हो या बुरा, वह कुछ न कुछ जरूर सिखाता है। अब कोरोना के चलते लॉकडाउन की ही बात करें तो इसने भी लोगों को बहुत कुछ नया सिखाया है। साफ स्वच्छता से एक दूसरे से दूरी बनाकर रखना भी कोरोना ने ही लोगों को सिखाया है जबकि कल तक जिस पढ़ाई को सिर्फ स्कूलों में ही किया जाता था, उसे भी कोराेना ने आनलाइन कर दिया।

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इन्हीं अनुभवों को साझा करने के लिए शिक्षा विभाग ने घर में बैठकर पढ़ाई कर रहे बच्चों के लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन किया है जिसमें बच्चे बताएंगे कि घर में उनके दिन कैसे कट रहे हैं। शिक्षा विभाग के कार्यक्रम "घर बैठे कुछ करो न' के तहत इस प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जा रहा है जिसमें तीन से लेकर पंद्रह वर्ष की आयु के बच्चे अपने अनुभव बता सकते हैं। इस प्रतियोगिता का आयोजन तीन वर्गों यानि 3 से 6 आयुवर्ग, 7 से 10 आयुवर्ग और 11 से 15 आयुवर्ग में किया जाएगा।

इस प्रतियोगिता में बच्चों को घर में उनकी यादें और बाहर उनके हीरो विषय पर अपने विचार रखने हैं। वे चाहें तो यह विचार अपने दो मिनट के वीडियो संदेश, कविता, पेंटिंग, कहानी, निबंध लेखन या फोटाेग्राफी के माध्यम से रख सकते हैं। इस प्रतियोगिता में बच्चों को यह छूट यह मिली है कि वे इसमें अपने अभिभावकों की मदद ले सकते हैं।

व्हाट्सएप पर भेजने होंगी एंट्री:  इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों को अपनी एंट्री व्हाट्सएप नंबर 9013814285 पर भेजने होगी। एंट्री के साथ अपना नाम, पता और आयुवर्ग की जानकारी भी देनी होगी। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी बच्चों को डिजीटल प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा जबकि दस सबसे बेहतरीन एंट्री को नकद पुरस्कार और ट्राफी पुरस्कार के रूप में दी जाएंगी। शिक्षा निदेशक अनुराधा गुप्ता का कहना है कि इस प्रतियोगिता का आयोजन बच्चों में रचनात्मक विकास के उद्देश्य से किया गया है। बच्चे घरों में बैठकर सिर्फ पढ़ाई ही कर रहे हैं। उन्हें कुछ नया करने का मौका भी मिलेगा। इस प्रतियोगिता में कोई भी बच्चा भाग ले सकताा है। 


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