Kashmir Division में लॉकडाउन के बाद शुरू हुई शैक्षणिक गतिविधियां, आज से JKBOSE की 12th Class की परीक्षाएं
कोरोना की चुनौती के बीच जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजूकेशन की विंटर जोन की बारहवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा वीरवार से शुरु हो रही है। परीक्षा नौ दिसंबर तक चलेगी। परीक्षा आफ लाइन करवाई जा रही है। इसके लिए बोर्ड ने पहले ही सारी तैयारियां कर ली है।
श्रीनगर/जम्मू, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बीच लॉकडाउन के चलते बंद हुए जम्मू कश्मीर के स्कूलों में पहली बार शैक्षणिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए जम्मू कश्मीर स्कूल शिक्षा बोर्ड ने विंटर जोन में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू करा दी हैं।
कश्मीर संभाग के सभी स्कूल विंटर जोन में आते हैं। विंटर जोन में जम्मू संभाग के कुछ जिलों के स्कूल भी शामिल हैं, जो कश्मीर से लगते हैं। ये परीक्षाएं ऑफलाइन हो रही हैं। यानी विद्यार्थी परीक्षा केंद्रों में पहुंच रहे हैं। अभिभावक खुश हैं कि उनके बच्चों का शैक्षणिक वर्ष यूं ही बर्बाद नहीं जाएगा। विद्यार्थियों को राहत देने के लिए पाठ्यक्रम में 40 फीसद की कटौती की गई है।
कोरोना के चलते जम्मू कश्मीर के स्कूल अभी भले ही बंद हों, लेकिन विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए विंटर जोन की बोर्ड परीक्षाएं कराई जा रही हैं। जम्मू कश्मीर स्कूली शिक्षा बोर्ड ने ये परीक्षाएं दस नवंबर से शुरू की हैं। दसवीं की परीक्षा नौ नवंबर और बारहवीं की परीक्षाएं वीरवार यानी आज से शुरू हो रही हैं। ये परीक्षाएं कश्मीर संभाग में हो रही हैं। नौ दिसंबर तक परीक्षाएं होंगी।
बोर्ड की कोशिश है कि बर्फबारी होने से पहले ही परीक्षाएं करा ली जाएं। परीक्षा केंद्र अधिक संख्या में बनाए गए हैं, ताकि प्रत्येक केंद्र में कम विद्यार्थी रहें और शारीरिक दूरी का पालन हो सके। एक कमरे में पच्चीस से तीस विद्यार्थियों को बिठाया जा रहा है। मास्क पहन कर आना जरूरी है। थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने दिया जा रहा है। केंद्रों पर सैनिटाइजर उपलब्ध करवाया गया है। परीक्षा केंद्रों के बाहर विद्यार्थी एकत्रित नहीं हो सकेंगे। परीक्षा केंद्रों में विद्यार्थियों को एक घंटा पहले पहुंचना होगा।
स्कूल शिक्षा बोर्ड की चेयरपर्सन वीना पंडिता ने बताया कि बारहवीं की विंटर जोन की बोर्ड परीक्षा में 56,314 विद्यार्थी हिस्सा ले रहे हैं। इनके लिए 626 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। वहीं दसवीं की परीक्षा में 74,464 परीक्षार्थी हैं, जिनके लिए 814 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। ये परीक्षार्थियों की यह संख्या कश्मीर संभाग की ही है।
सर्दी दरकिनार, परीक्षा का उत्साह
भीषण ठंड के बावजूद बुधवार सुबह ही श्रीनगर में स्थापित किए गए परीक्षा केंद्रों की तरफ मास्क पहने विद्याॢथयों को जाते देखा गया। सभी की स्क्रीनिंग के बाद ही उन्हें परीक्षा केंद्र में जाने दिया गया। स्कूल शिक्षा बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि कोरोना संक्रमित बच्चों को परीक्षा केंद्र में बैठने की अनुमति नहीं है। दसवीं के विद्यार्थी सफीर नियाज ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर कोरोना से बचने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं। अभिभावक मोहम्मद इसहाक ने कहा, पहले तो हमें बहुत डर था कि इस महामारी के बीच हम कैसे अपने बच्चों को परीक्षा के लिए भेजें, लेकिन परीक्षा केंद्रों में सुरक्षा के इंतजाम देखकर खुश हैं।
पाठ्यक्रम में 40 फीसद कटौती के साथ हो रहीं परीक्षा
कोरोना से उपजे हालात को देखते हुए बोर्ड ने दोनों कक्षाओं के पाठ्यक्रम में चालीस फीसद की कटौती की गई है। परीक्षा में भी साठ फीसद प्रश्न ही हल करेंगे और उनका मूल्यांकन सौ फीसद माना जाएगा। बोर्ड ने कोरोना को देखते हुए आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए है। कश्मीर में बर्फबारी से पहले बोर्ड परीक्षाएं करा ली जाएंगी। वर्तमान में कोरोना के कारण स्कूल बंद हैं। इस बार विद्यार्थियों ने सामुदायिक शिक्षा और ऑनलाइन सिस्टम से ही पढ़ाई की है।
इन बातों का रखना होगा ध्यान।
- परीक्षा केंद्रों में फेस मास्क पहन कर आना जरूरी
- थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा
- एक क्लास रूम में पच्चीस से तीस विद्यार्थियों को बिठाया जा रहा है ताकि शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित किया जा सके
- सैनिटाइजर उपलबब्ध करवाए गए है।
- परीक्षा केंद्रों को पूरी तरह से साफ किया गया है।
- परीक्षा केंद्रों के बाहर विद्यार्थियों को इकट्ठा न होने के लिए कहा गया है।
- परीक्षा केंद्रों में विद्यार्थियों को एक घंटा पहले पहुंचने के लिए कहा गया है।