मास्टर प्लान के जरिए जम्मू स्मार्ट सिटी की ओर बढ़ाएगा कदम Jammu News
मौजूदा समय में जम्मू विकास प्राधिकरण के मास्टर प्लान के तहत शहर व आसपास के इलाकों का विकास किया जा रहा है। इसमें जहां प्लाट की करीब 30 प्रतिशत जगह छोड़ने का प्रावधान है।
जम्मू, अंचल सिंह। जम्मू नगर निगम अपना मास्टर प्लान बनाने की योजना बना रहा है। इसके लिए प्रक्रिया शुरू करते हुए निगम ने एक कमेटी गठित करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। मुंबई और दिल्ली नगर निगम की तर्ज पर निगम का अपना मास्टर प्लान होगा। इसी के तहत शहर में नक्शे पास किए जाएंगे। इससे लोगों को नक्शा पास करवाने की दिक्कतों से तो निजात मिलेगी ही, शहर का चौमुखी विकास भी संभव हो पाएगा।
म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन एक्ट की धारा 260 के तहत निगम के पास अपना मास्टर प्लान तैयार करने के अधिकार हैं। इसी सेक्शन को ध्यान में रखते हुए विगत जनरल हाउस की बैठक में कॉरपोरेटर राजेंद्र शर्मा ने एक प्रस्ताव लाया था। इसमें शहर के सभी 75 वार्डों के लिए अलग मास्टर प्लान बनाने का जिक्र किया गया। हाउस में इस पर चर्चा हुई तथा सर्वसम्मति मिलने के बाद इसे पारित कर दिया गया। अब निगम इस मास्टर प्लान को बनाने की दिशा में आगे की प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। मास्टर प्लान बनने के बाद शहर को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित करने में सुविधा होगी। फिलहाल लोगों को नक्शा पास करवाने के लिए राजस्व, बिजली, जलापूर्ति, राजस्व, जेडीए, यईईडी आदि विभागों के एनओसी लेने के लिए चक्कर लगाने पड़ते हैं।
फिलहाल उपलब्ध है जेडीए का मास्टर प्लान
मौजूदा समय में जम्मू विकास प्राधिकरण के मास्टर प्लान के तहत शहर व आसपास के इलाकों का विकास किया जा रहा है। इसमें जहां प्लाट की करीब 30 प्रतिशत जगह छोड़ने का प्रावधान है। इतना ही नहीं मास्टर प्लान के तहत 20 फुट चौड़ी सड़क छोड़कर ही मकान बनाया जा सकता है। अलबत्ता जम्मू नगर निगम ने वर्ष 2011 में अपने बाई-लॉज तैयार किए थे। इन्हीं का इस्तेमाल करते हुए निगम नक्शों को पास करता था।
क्यों पड़ रही जरूरत
शहर काफी पुराना बसा हुआ है। इसमें बहुत से घर एक कमरे के भी हैं। पुराने शहर की अधिकतर गलियां दस फुट चौड़ी भी नहीं हैं। इसके अलावा बहुत सी इमारतें पुरानी बनी हुई हैं। समय के साथ परिवार बढ़े और जरूरतें भी। ऐसे में लोग बैंकों से ऋण लेकर घर बनाने की प्रक्रिया में जुट गए हैं। बैंक उन्हीं घरों के लिए ऋण देता है जिनके पास नक्शे पास हों। लिहाजा जेडीए के मास्टर प्लान और पुराने नियमों के तहत यह सब आम लोगों के लिए मुश्किल भरा है। लिहाजा निगम अब शहर की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपना मास्टर प्लान बनाने की सोच रहा है।
जनहित में होगा नया मास्टर प्लान
‘बिना नक्शे के लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल सकता। निगम का अपना मास्टर प्लान बनेगा तो शहर की परिस्थितियों के हिसाब से कम औपचारिकताओं के साथ नक्शा पास हो जाएगा। इससे शहर अच्छे से विकसित होगा ही, निगम का राजस्व भी बढ़ेगा। हजारों लोगों के नक्शे पास नहीं हैं। वे ऋण तक नहीं ले पाते। मुंबई, दिल्ली की तर्ज पर निगम का अपना मास्टर प्लान बनेगा। पहले इसका ड्राफ्ट तैयार करेंगे। फिर लोगों से आपत्तियां ली जाएंगी। उसके बाद जनरल हाउस में दोबारा इसे पारित करवाया जाएगा।’ - राजेंद्र शर्मा, कॉरपोरेटर, वार्ड नंबर 16
निगम 2011 के बिल्डिंग नियम अपना रहा
‘निगम ने 2011 में अपने बिल्डिंग नियम बनाए थे। इन्हीं के आधार पर नक्शे पारित किए जाते हैं। अब अपना मास्टर प्लान बनाने की तैयारी की जा रही है। इससे लोगों को नक्शा पास करवाने में सुविधा हो जाएगी। अतिक्रमण व अवैध निर्माण रुकेगा। निगम का राजस्व भी बढ़ेगा और शहर का चौमुखी विकास संभव हो पाएगा।’ - भारत भूषण, बिल्डिंग आफिसर, जम्मू नगर निगम
निगम के अपने मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी
‘हाउस ने निगम के अपने मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी है। इसकी प्रक्रिया शुरू करते हुए हम एक कमेटी गठित करने जा रहे हैं। इसमें कॉरपोरेटर समेत कुछ अधिकारियों को रखा जाएगा। इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए अन्य राज्यों के मास्टर प्लान पर भी चर्चा करेंगे। अच्छा मास्टर प्लान बनेगा तो शहर अच्छे से विकसित होगा। थोड़ा समय लगेगा लेकिन जब अपना मास्टर प्लान होगा तो शहर के सभी वार्ड वासी राहत महसूस करेंगे।’ - प्रदीप सिंह मन्हास, ज्वाइंट कमिश्नर, जम्मू नगर निगम