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मतदाता सूचियों में संशोधन के बाद जम्मू कश्मीर हाेगा चुनाव, सही समय पर राज्य दर्जा भी बहाल होगा : उपराज्यपाल

कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता कर्ण सिंह ने विधानसभा चुनाव कराने और जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग उठाई। यह कार्यक्रम डा. कर्ण सिंह के जम्मू-कश्मीर प्रदेश को दिए योगदान के लिए सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया था।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Sun, 03 Jul 2022 06:18 PM (IST)Updated: Sun, 03 Jul 2022 06:18 PM (IST)
मतदाता सूचियों में संशोधन के बाद जम्मू कश्मीर हाेगा चुनाव, सही समय पर राज्य दर्जा भी बहाल होगा : उपराज्यपाल
डा. कर्ण सिंह ने कहा- पूरा यकीन है कि जिस तरह 370 अस्थायी था, उसी तरह केंद्रशासित प्रदेश दर्ज भी

जम्मू, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का कहना है कि जम्मू और कश्मीर चल रहे मतदाता सूचियों में संशोधन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद विधानसभा चुनाव होंगे। राज्य के दर्जे की बहाली भी उचित समय पर होगी। सिन्हा ने ये बातें शनिवार देर रात श्रीनगर में एक कार्यक्रम में कहीं। इसी कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता कर्ण सिंह ने विधानसभा चुनाव कराने और जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग उठाई। यह कार्यक्रम डा. कर्ण सिंह के जम्मू-कश्मीर प्रदेश को दिए योगदान के लिए सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया था।

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उपराज्यपाल ने कहा कि लोकतंत्र भारत की आत्मा है। लोकतंत्र और भारत एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। प्रधानमंत्री और देश के गृहमंत्री ने संसद में कई बार कहा है कि चुनाव जम्मू कश्मीर में होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में परिसीमन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। मतदाता सूची में संशोधन शुरू हो गया है। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद निश्चित रूप से चुनाव होंगे।

जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग का जिक्र करते हुए सिन्हा ने कहा, कई बार यह भी कहा गया है कि पहले परिसीमन, फिर चुनाव, फिर उचित समय देख कर राज्य का दर्जा बहाल भी होगा। मुझे नहीं लगता कि इसमें संदेह की कोई गुंजाइश है।

उपराज्यपाल ने कहा कि केंद्र ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया था। उन्होंने कर्ण सिंह को संबाेधित करते हुए कहा- आप एक सांसद रहे हैं और आप मुझसे बेहतर संसद में दिए गए आश्वासन के महत्व को समझते हैं। संसद में सरकार का आश्वासन पूर्व से उगते सूरज की तरह सच है। इससे पहले, दिग्गज कांग्रेसी नेता ने उम्मीद जताई कि जम्मू-कश्मीर का केंद्र शासित प्रदेश बनना एक अस्थायी उपाय है जैसे कि अनुच्छेद 370 को अस्थायी रूप से पेश किया था।

कर्ण सिंह बोले- 370 की तरह केंद्र शासित प्रदेश भी अस्थायी : डा. कर्ण सिंह ने कहा कि पांच अगस्त, 2019 को बड़े बदलाव हुए और हम एक केंद्र शासित प्रदेश बन गए। जिस तरह से आप कह रहे थे कि अनुच्छेद 370 अस्थायी है। मुझे यकीन है कि हमारा केंद्र शासित प्रदेश की स्थिति भी अस्थायी होगी और बहुत जल्द हमारा राज्य का दर्जा वापस मिल जाएगा। विधानसभा चुनाव पर सिंह ने कहा, राजनीतिक प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए।


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