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Jammu Kashmir: हस्तशिल्प मेले में जम्मू- कश्मीर ने बिखेरी चमक, आइएचजीएफ दिल्ली का पहला वर्चुअल संस्करण शुरू

आइएचजीएफ दिल्ली का पहला वर्चुअल संस्करण शुरू हुआ हस्तशिल्प निर्माता व निर्यातकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 09:17 AM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 05:22 PM (IST)
Jammu Kashmir: हस्तशिल्प मेले में जम्मू- कश्मीर ने बिखेरी चमक, आइएचजीएफ दिल्ली का पहला वर्चुअल संस्करण शुरू
Jammu Kashmir: हस्तशिल्प मेले में जम्मू- कश्मीर ने बिखेरी चमक, आइएचजीएफ दिल्ली का पहला वर्चुअल संस्करण शुरू

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। नई दिल्ली में आयोजित भारतीय हस्तशिल्प एवं उपहार मेले (आइएचजीएफ) के पहले वर्चुअल संस्करण में जम्मू कश्मीर के उत्पादों ने खूब चमक बिखेरी। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के हस्तशिल्प निर्माता और निर्यातकों ने इस डिजिटल मेले में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। इस महोत्सव के उदघाटन समारोह में शामिल होने के लिए वह सोमवार को शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआइसीसी) श्रीनगर में पहुंचे।

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इन लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए मंडल प्रशासन ने उन्हें मूवमेंट पास दिए थे।कोविड-19 से पैदा हुए हालात के बीच केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल फॉर हैंडीक्राफ्टस (ईपीसीएच) द्वारा आयोजित 49वें (आइएचजीएफ) दिल्ली के पहले वर्चुअल संस्करण का उद्घाटन किया है। इस डिजिटल मेले में विभिन्न देशों के 1500 से ज्यादा निर्माता और निर्यातक भाग ले रहे हैं।

दो हजार से ज्यादा उत्पादों को प्रदर्शन के लिए रखा गया है। वर्चुअल फेयर ऑडिटोरियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश के साथ उद्घाटन समारोह शुरु हुआ। उनके संदेश के बाद स्मृति ईरानी और जम्मू कश्मीर के उद्योग एवं वाणिज्य सचिव मनोज कुमार द्विवेदी के वीडियो संदेश भी प्रसारित किए गए।

मेले में जम्मू कश्मीर की छापमेले में जम्मू कश्मीर क्राफ्ट पैवेलियन में हाथ से बुने रेशमी कालीन, कानी और सोजनी कला वाले पश्मीना शॉल, जामवार शॉल, क्रिवल की कढ़ाई वाले पर्दे, चेन स्टिच वाल हैं¨गग, नमदे, बसोहली चित्रकला, पट्टु से बने कोट, अखरोट की लकड़ी पर हुई कशीदाकारी, खतमबंद और पेपरमाशी के अलावा कशीदाकारी वाले तांबे के बर्तन प्रदर्शन में रखे गए थे। जम्मू कश्मीर हस्तशिल्प एवं हथकरघा विभाग ने निर्यातकों की मदद के लिए विशेष प्रबंध किए थे। एसकेआइसीसी ने भी प्रदेश के निर्यातकों और उत्पादकों को किसी भी प्रकार की दिक्कत से बचाने के लिए निर्बाध इंटरनेट सुविधा प्रदान की।

कालीन निर्यात प्रदर्शनी 21 से

 कोरोना संक्रमण से उपजे हालात को देखते हुए कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) 21 से 25 अगस्त तक वर्चुअल मंच पर 40वीं भारतीय कालीन प्रदर्शनी आयोजित करेगी। सीईपीसी के अध्यक्ष सिद्धनाथ ने बताया कि हमने मैसर्स फाल्कन एग्जीबिशन को तकनीकी समर्थन और डाटा सुरक्षा के साथ एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्लेटफार्म उपलब्ध कराने का जिम्मा सौंपा है। यह एजेंसी सभी भागीदारों को चौबीस घंटे तकनीकी मदद देगी। परिषद ने एक हेल्प डेस्क भी बनाई है। यह प्रदर्शनी निर्यातकों को दुनियाभर में खरीदारों से जुड़ने का मौका देगी। वर्चुअल प्रदर्शनी एक नया प्रयोग है, जिसमें सदस्य निर्यातक, क्रेता व परिषद एक ही मंच पर उपलब्ध हैं। 


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