Jammu and Kashmir Metro Train : जम्मू, श्रीनगर में पांच साल में दौड़ेगी लाइट मेट्रो ट्रेन
Jammu and Kashmir Metro Train जम्मू व श्रीनगर में बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए मास रेपिड सिस्टम व लाइट मेट्रो प्रोजेक्ट सितंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर की दोनों राजधानियों जम्मू व श्रीनगर में बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए मास रेपिड सिस्टम व लाइट मेट्रो प्रोजेक्ट सितंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा। उपराज्यपाल जीसी मुर्मु ने इस प्रोजेक्ट की समीक्षा कर जोर दिया कि लाइट मेट्रो के स्टेशन पर्यटन स्थलों या ऐसे जगहों पर बनें, जहां लोगों का बहुत आना-जाना हो।
बैठक में बताया गया कि जम्मू, श्रीनगर शहरों में इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की लागत 9590 करोड़ रुपये आएगी। सितंबर 2024 से मेट्रो चलना शुरू हो जाएगी। इस संबंध में गत दिनों इकोनामिक रिकंस्ट्रक्शन एजेंसी (ईरा) ने केंद्र सरकार की राइट्स लिमिटेड के साथ सहमित पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। पहले चरण में जम्मू शहर के बनतालाब से बड़ी ब्राह्माणा तक लाइट मेट्रो 23 किलोमीटर दौड़ेगी। वहीं दूसरे चरण में प्रदर्शनी मैदान से उधयवाला तक पहला कारीडोर व प्रदर्शनी मैदान से सतवारी चौक तक तीसरा कारीडोर बनाया जाएगा। उपराज्यपाल को बताया गया कि जम्मू में निजी, पब्लिक ट्रांसपोर्ट में रोजाना बारह लाख (68 प्रतिशत) व श्रीनगर में 21 लाख (88 प्रतिशत) लोग सफर करते हैं।
जम्मू में वीरवार को हुई इस उच्च स्तरीय इस बैठक में मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम, वित्त आयुक्त अरुण कुमार मेहता, रेपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन जम्मू और श्रीनगर के मैने¨जग डायरेक्टर कुमार राजीव रंजन, ईरा की सीईओ अवनी लवासा व अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। यह पूरा प्रोजेक्ट मेट्रोपॉलिटन रीजनल डेवलपमेंट अथारिटी की देखरेख में पूरा होगा। न्यू टाउनशिप के तहत अगले 50 वर्षों के लिए दोनों शहरों में ट्रांसपोर्ट जरूरतों को ध्यान में रखते हुए लाइट रेल ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर के तहत इस लाइट मेट्रो प्रोजेक्ट को शुरू किया जाएगा। डीपीआर तैयार होने के बाद इसे अथारिटी के बोर्ड के सामने रखा जाएगा और वहां से मंजूरी मिलने के बाद इसे राज्य कैबिनेट, मौजूदा समय में प्रदेश प्रशासनिक समिति के सामने रखा जाएगा।
श्रीनगर में 12.5 किलोमीटर के दो कॉरिडोर बनेंगेश्रीनगर में 12.5 किलोमीटर के दो कॉरिडोर बनेंगे। दोनों में 12-12 स्टेशन होंगे। एक कॉरिडोर एचएमटी (शालटेंग) से शुरू होगा और सेना की 15 कोर मुख्यालय के निकट इंदिरा नगर में संपन्न होगा। दूसरा कॉरिडोर भी 12.5 किलोमीटर का होगा और इसमें भी 12 स्टेशन बनाए जाएंगे। यह कॉरिडोर उस्मानाबाद से शुरू होगा और शहर के बीच होते हुए हजूरीबाग में संपन्न होगा।