जम्मू-कश्मीर बढ़ रहा प्रदूषण मुक्ति की ओर, 200 ई-बसें शुरू की जाएगी
उपराज्यपाल ने ओलट्रेका ग्रीनटेक लिमिटेड के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक केवी प्रदीप के साथ बैठक में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में इंटर सिटी व इंट्रा सिटी के लिए इलेक्ट्रिक बसों का इस्तेमाल करने पर विचार विमर्श किया। बैठक में सिन्हा ने कहा कि भविष्य इलेक्ट्रिक बसों का है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि जम्मू कश्मीर के ट्रांसपोर्ट सेक्टर में 150-200 ई बसें शुरू की जाएगी। सरकार डीजल पर अपनी निर्भरता को कम करके हरियाली को बढ़ावा देगी।
उपराज्यपाल ने ओलट्रेका ग्रीनटेक लिमिटेड के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक केवी प्रदीप के साथ बैठक में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में इंटर सिटी व इंट्रा सिटी के लिए इलेक्ट्रिक बसों का इस्तेमाल करने पर विचार विमर्श किया। बैठक में सिन्हा ने कहा कि भविष्य इलेक्ट्रिक बसों का है। ये बसें शहरी वातावरण के लिए बेहतर हैं। इससे प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी। सरकार का मकसद पेट्राेल, डीजल पर निर्भरता को कम करके हरियाली को बढ़ावा देना है।
ओलट्रेका ग्रीनटेक लिमिटेड के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक केवी प्रदीप ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए बताया कि देश में कंपनी की 600 बसों का प्रयोग हो रहा है। कंपनी 2500 बसें बना रही है। उपराज्यपाल ने चेयरमैन से कहा कि ट्रायल के लिए दो बसों को भेजा जाए। एक श्रीनगर व एक जम्मू के लिए होगी। ट्रायल के बाद सरकार बसों की खरीद पर फैसला करेगी। इंटर स्टेट व इंट्रा स्टेट में यातायात सुविधा के लिए बसों के उपयोग पर फैसला किया जाएगा। जम्मू व श्रीनगर शहरों में सरकार की कोशिश आधुनिक, सतत व आर्थिक रूप से बेहतर यातायात सुविधा का का प्रबंध करने के लिए कोशिशें कर रही हैं। भारत सरकार ने हाल ही में इलेक्ट्रिक बसों को बढ़ावा देने के लिए फेम सेकेंड योजना को लांच किया है। इसके लिए इंसेटिव व सब्सिडी दी जाती है। यातायात में 150-200 ई बसों से यात्रियाें को फायदा होगा। बैठक में मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।