Jammu and kashmir: सैन्य प्रशासन ने कहा- एलओसी पर पाक की हर हरकत को मिलेगा जवाब
Jammu and kashmir एलओसी पर पाक की हर हरकत को मिलेगा जवाब सेना के फील्ड कमांडरों को तत्कालिक परिस्थितियों के आधार पर कार्रवाई करने को कहा गया
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। संघर्ष विराम उल्लंघन और बैट हमले का पाकिस्तान को अब और भी अधिक मुस्तैदी से जवाब दिया जाएगा। पाकिस्तानी सेना द्वारा राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में बैट हमले और नियंत्रण रेखा के साथ सटे इलाकों में लगातार किए जा रहे जंगबंदी के उल्लंघन के मद्देनजर सैन्य प्रशासन ने सभी फील्ड कमांडरों को तत्कालिक परिस्थितियों के आधार पर दुश्मन को मुहंतोड़ जवाब देने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही सभी अग्रिम इलाकों में घुसपैठ के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाने व नाके स्थापित करने के लिए कहा है।
पाकिस्तानी सेना द्वारा बीते एक माह में जम्मू संभाग के पुंछ व राजौरी में हर तीसरे दिन एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ से गोलाबारी की जा रही है। उत्तरी कश्मीर में बीते तीन माह के दौरान औसतन हर सप्ताह एक बार गोलाबारी हो रही है। गत रोज भी पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ व राजौरी के अलावा उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर में जंगबंदी का उल्लंघन किया है। इसमें गुरेज सेक्टर में एक जवान शहीद हुआ।
भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और उसके तीन इमारती ढांचे भी तबाह हुए हैं। इसी दौरान जम्मू के सुंदरबनी सेक्टर में पाकिस्तानी सेना के बैट दस्ते ने हमला किया। इसमें एक जवान शहीद हुआ जबकि जवाबी कार्रवाई में बैट के तीन कमांडो मारे गए हैं।
रक्षा मंत्रालय स्थिति की लगातार कर रहा निगरानी
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि सैन्य प्रशासन और रक्षा मंत्रालय लगातार एलओसी की स्थिति की निगरानी कर रहा है। पाकिस्तानी सेना द्वारा बैट हमले और जंगबंदी का उल्लंघन लगातार करने के इनपुट हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना का इस समय पूरा ध्यान एलओसी पर किसी तरह की जंग की स्थिति को पैदा करते हुए स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों को जम्मू कश्मीर में धकेलने पर है।
उन्होंने बताया कि इन दिनों सीमावर्ती इलाकों में लगातार धुंध पड़ रही है। इसके अलावा सीमावर्ती नाले जमे हुए हैं या फिर उनमें पानी का बहाव बहुत कम है। इसका फायदा पाकिस्तानी सेना घुसपैठ के लिए लेना चाहती है।
आतंकियों के पुराने गाइडों की निशानदेही करें
सुंदरबनी सेक्टर में सभी फील्ड कमांडरों को बैट हमलों को पूरी तरह नाकाम बनाने की रणनीति के साथ ही आतंकरोधी व घुसपैठरोधी तंत्र की समीक्षा कर उसमें व्यापक सुधार करने के लिए कहा है। उन्हें दुश्मन के किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देते हुए तत्काली प्रभावी जवाबी कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। आतंकियों के पुराने गाइडों की निशानदेही की जाए। स्थानीय लोग उनकी गतिविधियों की सूचना स्थानीय चौकियों को दें। सभी फील्ड कमांडरों को उन चौकियों व इलाकों को चिन्हित करने के लिए कहा गया है, जहां से पाकिस्तानी सेना सबसे ज्यादा गोलाबारी व घुसपैठ के लिए इस्तेमाल कर रही है। इसके आधार पर जवाबी कार्रवाई को अमल में लाने के लिए कहा गया है।