Jammu And Kashmir: डॉ जितेन्द्र सिंह ने कहा- टोल प्लाजा में कुछ समय के लिए बंद हो टैक्स वसूली
डॉ जितेन्द्र सिंह ने भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से उठाया मामला टोल प्लाजा में कुछ समय के लिए बंद हो टैक्स वसूली जम्मू सांबा और कठुआ जिले के लोग कर रहे भारी विरोध
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू के सांबा के सरोर क्षेत्र में हाल ही में आनन-फानन स्थापित किए टोल प्लाजा का मामला तूल पकड़ गया है। राज्य प्रशासन के चेतने के बाद अब मामला केंद्र के पाले में आ गिरा है। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने टोल प्लाजा हटाने का मुद्दा भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से उठाया है।
जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों के लोगों के भारी विरोध के चलते डॉ. जितेंद्र ने गडकरी से कहा कि जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) बनाने की प्रक्रिया के चलते भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के टोल प्लाजा में टैक्स वसूली प्रक्रिया को कुछ दिनों के लिए टाला जाए। डॉ. जितेंद्र ने इसकी जानकारी ट्वीट के जरिए दी है।
राजनीति भी तेज :
11 अक्टूबर को टोल प्लाजा खोलने को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। बस चालक से मारपीट के बाद कांग्रेस, पैंथर्स पार्टी के बाद भाजपा भी इस मामले में कूद पड़ी है। हालांकि कुछ साल पहले टोल प्लाजा स्थापित करने की कोशिश हुई थी। लोगों के भारी विरोध के कारण इसके काम को रोका गया था। लोगों के भारी गुस्से के चलते गत दिनों भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने भी इस मुद्दे पर भूतल परिवहन मंत्री को पत्र लिखकर मांग की थी कि जनहित में टोल प्लाजा वहां से हटा दिया जाए। इस मामले में राज्य प्रशासन ने बस चालक से ठेकेदार द्वारा की मारपीट की निंदा भी की थी।
कश्मीर हालात
उधर, जम्मू कश्मीर में 72वें दिन सोमवार को पोस्टपेड मोबाइल सेवा बहाल हुई। उपभोक्ता मोबाइल सेवाएं बहाल होने से खुश थे, लेकिन यह खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिकी। कई उपभोक्ताओं के मोबाइल फोन पर इनकमिंग कॉल की सेवा बंद थी तो कईयों की आउटगोइंग। लंबे अंतराल के बाद मोबाइल सेवा बहाल होने पर भी अपनों का हाल-चाल जानने के लिए कॉल नहीं कर सके। दूरसंचार कंपनियों ने दो माह तक बिल का भुगतान नहीं होने पर कई उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट दिए थे तो कईयों की कॉल सेवाओं को एकतरफा कर दिया। कईयों के फोन की घंटी बजी तो साथ ही दो माह के बिल का भी मेसेज आ गया।
इंटरनेट बंद होने के कारण घर से मोबाइल रिचार्ज नहीं हो पा रहा है। लोगों को काम-धंधा छोड़कर बिल जमा करवाने के लिए दूरसंचार कंपनियों के कार्यालय में पहुंचकर लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है। इसके अलावा कई उपभोक्ता ज्यादा बिल की शिकायतें लेकर मोबाइल कंपनियों के काउंटर पर पहुंच रहे हैं और लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।