Move to Jagran APP

Jammu Kashmir: शिक्षा की डोर के सहारे आगे बढ़ने को बेकरार जम्मू-कश्मीर व लद्दाख

साल 2019 में खोले गए 52 कॉलेजों के लिए चिन्हित की जगहों पर ढांचे खड़ा किए जाएंगे ताकि हायर सेकेंडरी या किराये की इमारतों में चल रहे कॉलेजों को अपनी जगह पर शिफ्ट किया जा सके।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 01 Jan 2020 01:46 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jan 2020 01:46 PM (IST)
Jammu Kashmir: शिक्षा की डोर के सहारे आगे बढ़ने को बेकरार जम्मू-कश्मीर व लद्दाख
Jammu Kashmir: शिक्षा की डोर के सहारे आगे बढ़ने को बेकरार जम्मू-कश्मीर व लद्दाख

जम्मू, सतनाम सिंह। केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर और लद्दाख विकास की नई राह पर हैं। सबसे बड़ी चुनौती शिक्षा के ढांचे को मजबूत करने की है। नए साल में शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव आने की उम्मीद है। जम्मू-कश्मीर में पचास नए कॉलेज खुले हैं जिससे उच्च शिक्षा को घर-घर तक पहुंचाने के लिए सरकार अपने प्रयासों को कामयाब करेगी। प्रदेश में शिक्षा ढांचा मजबूत होगा तो निश्चित तौर पर विकास की राह पर प्रदेश आगे बढ़ेगा। नए कॉलेज खुल गए हैं लेकिन ढांचा अभी तक तैयार नहीं है। ग्रामीण स्कूलों की स्थिति भी बेहतर नहीं कही जा सकती। उम्मीद है इन तमाम चुनौतियों से पार पा दोनों केंद्रशासित प्रदेश शिक्षा क्रांति की राह पर कदम बढ़ाएंगे। पेश है नई उम्मीदों पर रिपोर्ट :

loksabha election banner

साल 2019 में खोले गए 52 कॉलेजों के लिए चिन्हित की जगहों पर ढांचे खड़ा किए जाएंगे ताकि हायर सेकेंडरी या किराये की इमारतों में चल रहे कॉलेजों को अपनी जगह पर शिफ्ट किया जा सके। जम्मू-कश्मीर में हर स्कूल में बिजली और पानी उपलब्ध करवाने के साथ साथ ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।

केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में शिक्षा का बुनियादी ढांचा मजबूत करने को लेकर चुनौतियां तो है लेकिन नए साल में शिक्षा के विस्तार पर काम होने उम्मीद है। उच्च शिक्षा को दूर दराज के इलाकों तक पहुंचाने के लिए कालेज खोले जा रहे है। जरूरत यह भी है कि स्कूली शिक्षा में स्कूलों में विद्यार्थियों को पर्याप्त सुविधाएं हासिल हो। नई शिक्षा नीति बनाई जाए जिसमें हर पहलू का ख्याल रखा जाए। उम्मीद है कि नए कालेज अपनी जगहों पर शिफ्ट होंगे और अधर में लटके पड़े प्रोजेक्ट पूरे होंगे। पुराने स्थापित कालेजों के रखरखाव की तरफ ध्यान दिया जाएगा। अगले साल जम्मू विवि का विस्तार हो रहा है।

लद्दाख में विश्वविद्यालय, डिग्री कॉलेज, बीएड कॉलेज, मेडिकल कॉलेज खुलने की उम्मीद है। केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहले लद्दाख शिक्षा के क्षेत्र में नजरअंदाज होता रहा है। वहां पर कोई विश्वविद्यालय नहीं था। पूर्व राज्यपाल शासन में लद्दाख के लिए कलस्टर यूनिवर्सिटी स्थापित की गई थी। इस साल लद्दाख में शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव होगा।

अध्यापकों की अटैचमेंट को समाप्त करने की चुनौती से निपटने के प्रयास भी होंगे। समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्कूलों में अतिरिक्त क्लास रूम बनाए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों व दूरदराज के गांवों में शिक्षा का ढांचा विकसित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करते हुए नए भवन बनाने का काम आरंभ किया जाना है।

शेर-ए-कश्मीर कृषि, विज्ञान और तकनीक विश्वविद्यालय जम्मू को नया वीसी मिलेगा। जम्मू विश्वविद्यालय में इस समय राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत विकास हो रहा है। नए साल में जम्मू विवि में साइंस विभागों में नई लैब बनेगी, नए उपकरण आएंगे। नया पाठ्यक्रम लागू होगा। विभागों का विस्तार और मरम्मत कार्य होंगे।

जम्मू-कश्मीर में उच्च शिक्षा के साथ साथ स्कूली शिक्षा का बुनियादी ढांचा भी मजबूत करने की जरूरत है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में नए साल में निश्चित तौर पर शिक्षा का विस्तार होगा। जम्मू विवि इस समय विकास की राह पर है। नए पाठ्यक्रम तैयार हो गए है। अगले अकादमिक सत्र से विद्यार्थियों को नए आधुनिक पाठ्यक्रम पढ़ाई करने को मिलेंगे। विवि में प्रोफेसरों को रिसर्च गतिविधियों के लिए धनराशि उपलब्ध करवाई गई है। नेट पास करने वाले विद्यार्थियों को भी स्कालरशिप मिल रही है। जम्मू कश्मीर में शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम हो रहा है। - प्रो. जसबीर सिंह, जम्मू विवि में 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.