जम्मू-कश्मीर, लद्दाख के हवाई यौद्धाओं ने जोश से मनाया स्थापना दिवस, दुश्मन को दिया हद में रहने का संदेश
केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर व लद्दाख में भारतीय वायुसेना लोगों के सुख दुख में बराबर की शरीक हैं। वायुसेना पाकिस्तान चीन से सटी देश की हवाई सीमाओं की रक्षा करने के साथ प्राकृतिक आपदाओं सड़क हादसों में घायल लोगों को बचाने के लिए भी मुहिम चलाती है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: एक इशारे पर दुश्मन को तबाह करने के लिए लद्दाख, जम्मू कश्मीर में तैयार खड़ी भारतीय वायुसेना ने वीरवार को पूरे जोश के साथ 88वां वायुसेना दिवस मनाया। दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के सभी एयरफोर्स स्टेशनों पर हुए कार्यक्रमों के दौरान वायुसेना के अधिकारियों व जवानों ने अपने शहीदों से प्रेरणा लेते हुए वक्त आने पर देश के लिए जान की बाजी लगाने की शपथ ली। इसके साथ वाुयेसना के शहीदाें को पुष्पचक्र भी अर्पित किए गए। जम्मू से लेकर लद्दाख के थायस तक सभी छह एयरफोर्स स्टेशनों पर सजग हवाई योद्धा इस समय चुनौतियों का सामना करने के लिए हाई अलर्ट पर हैं।
जम्मू की हवाई सीमाओं के सुरक्षा करने के साथ लद्दाख की लाइफलाइन जम्मू एयरफोर्स स्टेशन में सुबह स्थापना दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ इस दौरान एयरफोर्स स्टेशन के एयर आफिसर कमांडिग ने वायुसैनिकों, अधिकारियों को शपथ दिलाई। सेना की उत्तरी कमान मुख्यालय ऊधमपुर, 8 के साथ श्रीनगर, अवंतीपोरा, लेह व थायस में भी इसी प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस बार शपथ ग्रहण समारोह, पुष्प च्रक अर्पित करने के अलावा वायुसेना कोई अन्य कार्यक्रम नही कर रही है।
केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर व लद्दाख में भारतीय वायुसेना लोगों के सुख दुख में बराबर की शरीक हैं। वायुसेना पाकिस्तान, चीन से सटी देश की हवाई सीमाओं की रक्षा करने के साथ प्राकृतिक आपदाओं, सड़क हादसों में घायल लोगों को बचाने के लिए भी मुहिम चलाती है। इसके साथ वायुसेना सर्दियों में बर्फबारी में फंसे लोगों को मंजिल तक पहुंचाने में भी आगे रहती है। सर्दियों के महीनों में शेष देश से हट जाने वाले इलाकों में वायुसेना लोगों को राहत देने के लिए अपनी कोरियर सेवा भी चलाती है।