Jal Shakti Employee : केंद्र सरकार से निराश है जलशक्ति विभाग के अस्थायी कर्मी, कहा- नई नीति से करेंगे आंदोलन
Jal Shakti Department Jammu Kashmir पीएचई इंप्लाइज यूनाइटेड फ्रंट के सीनियर नेता रविहंस ने कहा कि बहुत देख लिया हमने जम्मू-कश्मीर प्रशासन को और केंद्र सरकार ने भी दिखा दिया कि जम्मू कश्मीर के छोटे कर्मचारियों के लिए उसके पास कुछ नहीं है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जलशक्ति विभाग के अस्थायी कर्मियों को केंद्रीय गृहमंत्री के जम्मू आने और कर्मियों के पक्ष में कोई घोषणा होने का बेसब्री से इंतजार था। लेकिन इन कर्मियों का भाषण में कहीं जिक्र नहीं आया। ऐसे में इन कर्मियों को करारा झटका लगा। लेकिन इनके हौंसले अभी डगमगाए नहीं हैं। पिछले सवा तीन माह से बीसी रोड स्थित कार्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे इन कर्मियों ने अब नई नीति से आंदोलन को आगे बढ़ाने का मन बनाया है।
इस माह के दूसरे सप्ताह से जनप्रतिनिधियों, पूर्व मंत्रियों, विधायकों के घरों के घेराव का क्रम शुरू होगा। वहीं कर्मचारी आए दिन सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे और सचिवालय घेराव का प्रयास करेंगे। वहीं अब मंत्री नेताओं के भाषण नहीं सुने जाएंगे।
जहां-जहां रैली होती नजर आएगी, वहां पहुंच कर उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। पीएचई इंप्लाइज यूनाइटेड फ्रंट के सीनियर नेता रविहंस ने कहा कि बहुत देख लिया हमने जम्मू-कश्मीर प्रशासन को और केंद्र सरकार ने भी दिखा दिया कि जम्मू कश्मीर के छोटे कर्मचारियों के लिए उसके पास कुछ नहीं है।
हम इतना ही मांग रहे हैं कि 15-20 बरस से अस्थायी कर्मी के तौर पर काम करने वाले इन कर्मियों को अब नियमित कर दिया जाए। लेकिन सरकार के पास कोई रोड मैप नहीं है। पिछले 5 बरस तक सरकार ने सभी अस्थायी कर्मियों को अंधेरे में रखा और झूठे आश्वासन देकर उनसे काम लिया। लेकिन अब सभी कर्मचारी समझ गए हैं कि सरकार के पास इन कर्मचारियों के पास कोई योजना थी ही नहीं।
ऐसे में अब यह अस्थायी कर्मी आंदोलन करने के लिए मजबूर हैं। हंस ने कहा कि आने वाले समय में हम जम्मू के लोगों का पूर्ण विश्वास हासिल कर रहे हैं और यह लोग हमारी रैलियों में आ रहे हैं। यहीं कर्मी आने वाले चुनावों में सरकार पर भी भारी पड़ेंगे।