J&K News: अनंतनाग में आतंकियों द्वारा मारे गए दीपू की पत्नी ने कहा- मेरे पति के हत्यारों को भी मारी जाए गोली
दीपू के हत्या के आरोपितों को पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया है। इस बात पर दीपू के भाई ने कहा है मैंने सुना था कि गरीब को कभी इंसाफ नहीं मिलता लेकिन आज मेरे भाई के हत्यारे आतंकियों को पुलिस द्वारा पकड़े जाने की खबर से मैं काफी खुश हूं।

रामनगर, पंकज सर्राफ। अनंतनाग में सर्कस में काम करने वाले दीपू की पिछले महीने 29 मई को आतंकियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दीपू के हत्या के आरोपितों को शुक्रवार को पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया है। इस बात पर दीपू के भाई ने कहा है, ''मैंने सुना था कि गरीब को कभी इंसाफ नहीं मिलता, लेकिन आज मेरे भाई के हत्यारे आतंकियों को पुलिस द्वारा पकड़े जाने की खबर से मैं काफी खुश हूं।''
उसने कहा कि मेरा भाई कभी लौटकर तो नहीं आएगा और न ही उसके जाने का गम पूरा परिवार कभी बुला पाएगा, लेकिन उसके हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए ताकि हमें न्याय मिल सके। यह शब्द नेत्रहीन राजू ने दैनिक जागरण के साथ साझा किए है।
हत्यारों को मारी जाए गोली
वहीं मृतक की पत्नी साक्षी ने पकड़े गए आतंकवादियों को गोली मारे जाने की मांग की है। बता दें कि मई के महीने में आनंतनाग में आतंकवादियों ने जिला उधमपुर की तहसील मजालता के गांव बिलासपुर में रहने वाले दीपू कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद से ही पूरा परिवार सदमे में था।
न्याय के लिए की फांसी की मांग
जम्मू-कश्मीर सरकार की तरफ से मृतक के परिवार को पांच लाख रुपये तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई थी। वहीं शुक्रवार को देर शाम को दीपू के हत्यारे आतंकवादियों को आनंतनाग में पकड़े जाने की खबर जब उसके परिवार के सदस्यों तक पहुंची तो कुछ देर के लिए परिवार के सभी सदस्यों को चेहरे पर मुस्कुराहट झलक पड़ी। वह भगवान से प्रार्थना करने लगे कि इन आतंकवादियों को फांसी की सजा मिलना चाहिए ताकि हमें न्याय मिल सके।
आतंकियों को गोली मारो- फिर मुझे सुकून मिलेगा
मृतक के नेत्रहीन भाई राजू से जब बात की गई तो उनका कहना था कि मेरी निर्दोष भाई की हत्या करने वाले आतंकवादियों को फांसी पर चढ़ा देना चाहिए फिर ही मेरे भाई की आत्मा को शांति मिलेगी। वहीं मृत्यक दीपू की पत्नी साक्षी के कुछ अलग की बोल थे वह कहने लगी जिस प्रकार से मेरे पति को गोली मारी गई थी जम्मू-कश्मीर की सरकार भी हत्यारें आतंकवादियों को गोली से मारे फिर ही मुझे सुकून मिलेगा।
हत्यारों के पकड़े जाने की खबर सुनकर तसल्ली हुई है
वहीं पिता मासू राम, माता राम प्यारी, भाभी बबली देवी भी उक्त आतंकवादियों को फांसी में चढ़ाए जाने की मांग करते नजर आए। उनका कहना था कि दीपू के जाने का गम हमे उम्र भर रहेगा, लेकिन आज उसके हत्यारों को पकड़े जाने की खबर सुनकर दिल को थोड़ी तस्ल्ली जरुर मिली है।
जम्मू-कश्मीर सरकार दीपू के जाने की कमी तो पूरी नहीं कर सकती लेकिन जब देखभाल एक अकेला दीपू पूरे परिवार की करता था, आज वही देखभाल जम्मू-कश्मीर सरकार व जिला प्रशासन हमारी कर रहा है।
मकान बनाने के लिए जमीन के कागजात तैयार किए जा रहे है और साक्षी को पेंशन देने के साथ ही परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की बातें भी अक्सर प्रशासन के अधिकारियों के मुंह से सुनने को मिलती है, जिससे ऐसा लगता है कि दीपू आज भी जिंदा है और हमारे पूरी देखभाल कर रहा है।

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