एजीएमयूटी कैडर के आइपीएस सागर सिंह जम्मू-कश्मीर एसीबी में एसपी नियुक्त
सागर सिंह कलसी वर्ष 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। एकीकृत जम्मू-कश्मीर 31 अक्तूबर को दो केंद्र शासित राज्यों जम्मू कश्मीर व लद्दाख में बदल जाएगा।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश-गोआ-मिजोरम केंद्र शाासित राज्य (एजीएमयूटी) कैडर के आइपीएस अधिकारी सागर सिंह कलसी को जम्मू-कश्मीर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में एसपी नियुक्त किया है। फिलहाल, वह अरुणाचल प्रदेश में तवांग जिला के एसपी हैं। जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शाासित राज्यों में विभाजित किए जाने के बाद केद्र शासित राज्य कैडर के किसी अधिकारी की जम्मू कश्मीर में यह पहली नियुक्ति है।
सागर सिंह कलसी वर्ष 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। एकीकृत जम्मू-कश्मीर 31 अक्तूबर को दो केंद्र शासित राज्यों जम्मू कश्मीर व लद्दाख में बदल जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि सागर सिंह कलसी की जम्मू-कश्मीर में नियुक्ति उसी दिन से मानी जाएगी जिस दिन वह वहां अपना कार्यभार संभालेंगे। उन्हें जम्मू कश्मीर में एक साल के लिए नियुक्त किया जा रहा है। एसीबी जम्मू-कश्मीर में अपनी नियुक्ति किे दौरान वह अपने वेतन अैर भत्ते अरुणाचल प्रदेश से प्राप्त करेंगे।
गृह मंत्रालय ने सागर सिंह कलसी को जम्मू कश्मीर में नियुक्त किए जाने के निर्देश के बारे में अरुणाचल प्रदेश के मुख्य सचिव को सूचित करने के अलावा संबधित आदेश की प्रति जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम, महानिदेशक राज्य पुलिस दिलबाग सिंह, प्रधान सचिव गृह विभाग जम्मू कश्मीर, निदेशक एसीबी जम्मू कश्मीर, अतिरिक्त सचिव गृह मंत्रालय ज्ञानेश कुमार को भी भेजी गई है।
कलसी की जम्मू कश्मीर में नियुक्ति को स्थानीय प्रशासनिक हल्कों में बड़ी अहमियत दी जा रही है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर राज्य कैडर के आइएएस और आइपीएस कैडर, केंद्र शासित राज्य में जम्मू-कश्मीर के बदलने पर अपने भविष्य काे लेकर काफी चिंतित बताए जा रहे हैं। जम्मू कश्मीर में तैनात केंद्रीय सेवाओं के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बीते सप्ताह राज्य मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम से भेंट कर अपनी सेवाओं को एजीएमयूटी कैडर में बदले जाने की आशंका पर अपनी चिंताओं से अवगत कराया था। मुख्य सचिव ने गत बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्रालय में अतिरिक्त सचिव ज्ञानेश कुमार के साथ भी इस मुद्दे को उठाया था।