लामबंद होने लगे आइपीएस अधिकारी
जागरण संवाददाता, जम्मू : आइपीएस अधिकारी देवाशीष की पर्याप्त इलाज न मिलने से हुई मौत का
जागरण संवाददाता, जम्मू : आइपीएस अधिकारी देवाशीष की पर्याप्त इलाज न मिलने से हुई मौत का मामला डीआइजी बसंत रथ के पत्र के बाद तूल पकड़ गया है। देशभर में उच्च पुलिस पदों पर तैनात उनके मित्र अधिकारी इस मामले में राजस्थान सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। जम्मू संभाग के डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज के डीआइजी बसंत रथ ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को पत्र लिख कर न्यायिक जांच की मांग की है। रथ ने इससे पहले राजस्थान के पुलिस महानिदेशक अजीत सिंह शेखावत को पत्र लिख कर दोस्त की मौत के लिए राजस्थान पुलिस अकादमी के निदेशक राजीव दासोत को जिम्मेदार ठहराया था। बेशक वसुंधरा राजे सिंधिया ने गृह सचिव एवं पुलिस महानिदेशक से इस बारे जानकारी मांगी है। इसी दौरान जयपुर स्टेट क्राइम रिकाडर््स ब्यूरो में पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी ने राजस्थान पुलिस महानिदेशक अजीत सिंह शेखावत को पत्र लिखा है कि देवाशीष देव के अकास्मिक निधन के संज्ञान में जिन अधिकारियों की भूमिका रही है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए। पत्र में आगे कहा गया है कि देव के राजस्थान पुलिस अकादमी में निवास के दौरान जिस प्रकार से वेतन रोका जाना, सुविधाओं में कमी, स्टाफ की कमी, निम्न स्तर के आवास में रहने का बाध्य करना आदि बिंदुओं पर एक उच्च स्तरीय जांच कराया जाना न्यायोचित रहेगा। पत्र में यह भी मांग की गई है कि साक्ष्यों व परिजनों के बयानों के आधार पर राजस्थान पुलिस अकादमी के निदेशक राजीव दासोत के विरूद्ध हत्या का आपराधिक मामला दर्ज हो। उन्होंने दासोत को पद से हटाए जाने की मांग की है। देव गत वर्ष उस समय सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने कोटा में भाजपा नेता को उनसे अभद्र व्यवहार करने पर थप्पड़ मारा था। देव की 29 अक्टूबर को जयपुर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पुष्कर इलाके में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गए देव एक कुर्सी टूटने के कारण मचान से छह फुट नीचे गिर गए थे। जिस कारण उनकी रीढ़ की हड्डी में चोटें आई थी और वे पिछले दस माह से बिस्तर पर थे।