Jammu Kashmir: दिल्ली और चंडीगढ़ के लिए 100 सवारियों की बुकिंग रद
कोरोना वायरस से रोकथाम जरूरी है। ऐसे में पूरी एहतियात बरतना बहुत जरूरी है। बस मालिक इस बात को सुनिश्चित बनाएं कि बाहरी राज्यों से किसी भी यात्री को लेकर जम्मू-कश्मीर में न आएं।
जागरण संवाददाता, जम्मू : कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए अब दूसरे राज्यों से आने वाली और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर से अन्य राज्यों को जाने वाली इंटर स्टेट बस सेवा के परिचालन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है। इस संबंध में बुधवार को दोपहर में आदेश जारी किया गया। इससे स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (एसआरटीसी) और प्राइवेट बस आपरेटरों की पंजाब, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली सहित अन्य राज्यों को जाने वाली बस सेवा पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं। शाम को दिल्ली, देहरादून और चंडीगढ़ जाने वालीं स्लीपर और वॉल्वो बस सेवा भी बंद कर दी गई है।
ऑल इंडिया स्लीपर बस ऑनर्स यूनियन के महासचिव रवि शर्मा ने बताया कि एजेंटों ने 100 सवारियों की बुकिंग दिल्ली और चंडीगढ़ के लिए कर ली थी, लेकिन दोपहर में आदेश आने के बाद सभी सवारियों से संपर्क कर उन्हें पैसे लौटा दिए गए। फिलहाल, अब सरकार के अगले आदेश तक इंटर स्टेट रूट पर बस सेवा बंद रहेगी। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर प्रदीप कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए एहतियात के तौर पर इंटर स्टेट रूट पर दौड़ने वाली बसों पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई जा रही है। यह पाबंदी अगले आदेश तक जारी रहेगी।
इससे एसआरटीसी सहित प्राइवेट बस आपरेटरों की इंटर स्टेट रूट पर दौड़ने वाली बस सेवा पूरी तरह से बंद हो गई है। इससे पहले सुबह इंटर स्टेट रूट पर दौड़ने वाली प्राइवेट बस आपरेटरों की 10 बसें और एसआरटीसी की 20 बसें यात्रियों को लेकर दिल्ली, अमृतसर, हरिद्वार, जयपुर, जालंधर और चंडीगढ़ के लिए रवाना हुई, लेकिन दोपहर को ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के आदेश के बाद शाम के समय एसआरटीसी ने दिल्ली, अलवर, मेरठ, अजमेर, देहरादून और आगरा के लिए इंटर स्टेट बस सेवा बंद कर दी है।
दूसरे राज्यों की दस बसें सवारियां लेकर रवाना स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन की बस सेवा इंटर स्टेट रूट पर सुबह तक सामान्य रही, लेकिन दोपहर में आदेश आने के बाद इंटर स्टेट रूट पर बस सेवा पूरी तरह से बंद कर दी गई। एसआरटीसी के जीएम (आपरेशन) सुदेश गुप्ता ने बताया कि सुबह चार बजे से लेकर दोपहर तक कारपोरेशन की इंटर स्टेट रूट पर बस सेवा सामान्य रूप से दौड़ी। हालांकि, सवारियों की संख्या में काफी कमी आई है, लेकिन बावजूद इसके यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए दोपहर में 2.30 बजे आदेश आने से पहले तक कॉरपोरेशन की अंतिम इंटर स्टेट बस जयपुर के लिए रवाना हुई। प्रशासन ने दूसरे राज्यों की बसों को जाने इजाजत दी, लेकिन ऐसी 10 बसों में नाममात्र सवारियां की रवाना गई।
ऑल इंडिया स्लीपर बस आनर्स यूनियन के महासचिव रवि शर्मा ने बताया कि दूसरे बाहरी राज्यों से आई बसों से एक दिन का 2500 रुपये टैक्स वसूला जाता है। ऐसे में कोई बस आपरेटर नहीं चाहेगा कि जम्मू में उसकी बसें खड़ी रहे। वापसी में यात्रियों को नहीं लेकर आएं बस चालक ट्रांसपोर्ट कमिश्नर प्रदीप कुमार ने इंटर स्टेट रूट पर दौड़ने वाली एसआरटीसी और प्राइवेट बस आपरेटरों को सख्त हिदायत दी है कि बाहर गई बसें लौटते समय किसी भी यात्री को लेकर न आएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस समय कोरोना वायरस से रोकथाम जरूरी है। ऐसे में पूरी एहतियात बरतना बहुत जरूरी है। बस मालिक इस बात को सुनिश्चित बनाएं कि बाहरी राज्यों से किसी भी यात्री को लेकर जम्मू-कश्मीर में न आएं। अगर उन्हें इस संबंध में कोई शिकायत मिलती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।