उद्योगपतियों व कर्मियों को मिली लखनपुर से आने-जाने की इजाजत, नियम व शर्ते लागू!
तय नियम के अनुसार जम्मू व कठुआ में उद्योग एवं अन्य दुकानें चलाने वाले पंजाब के कारोबारियों व कर्मियों को लखनपुर से हफ्ते में दो बार मूव करने की अनुमति होगी।
कठुआ, जेएनएन। कठुआ में उद्याेग-व्यापारिक प्रतिष्ठान चलाने वाले उद्यमियों व काम करने वाले कर्मियों के लिए राहत भरी खबर है। कठुआ प्रशासन ने औद्योगिक क्षेत्र में इंडस्ट्री चला रहे उद्योगपतियों व यहां काम कर रहे पंजाब के लोगों को मूव करने की इजाजत दे दी है। यही नहीं जम्मू-कश्मीर के जो लोग पंजाब में काम करते थे, वे भी अब मूव कर पाएंगे। हालांकि इस सुविधा के साथ कुछ नियम व शर्ते भी निर्धारित की गई हैं, जिनका उन्हें पालन करना होगा। मूव की इजाजत को तत्काल प्रभाव से लागू करते हुए डीसी कठुआ ओपी भगत ने नोडल अधिकारी को तय शर्तों व नियमों को सख्ती से लागू करने को कहा है।
कठुआ औद्योगिक क्षेत्र में सबसे ज्यादा इंडस्ट्री पंजाब के लोगों ने लगाई हुई हैं। यही नहीं हर रोज सैकड़ों लोग पंजाब से जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर से होते हुए कठुआ-लखनपुर औद्योगिक क्षेत्र या फिर व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर आते व जाते थे। इतनी ही संख्या यहां से पंजाब काम करने वालों की भी थी। लॉकडाउन के चलते एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवेश पर प्रतिबंध लग जाने के बाद से उद्योगपति व कर्मी परेशानी का सामना कर रहे थे। पंजाब के उद्योगपतियों द्वारा कठुआ-लखनपुर में लगाए गए उद्योग तकरीब ठप हुए हैं। बार-बार कठुआ प्रशासन से आग्रह करने के बाद आखिरकार उद्योगपतियों व कर्मियों को मूव की इजाजत दी गई है।
तय नियम के अनुसार जम्मू व कठुआ में उद्योग एवं अन्य दुकानें चलाने वाले पंजाब के कारोबारियों व कर्मियों को लखनपुर से हफ्ते में दो बार मूव करने की अनुमति होगी। हालांकि यह अनुमति लखनपुर में तैनात नोडल अधिकारी जम्मू-कश्मीर उद्योग विभाग के निदेशक की सिफारिश के बाद ही प्रदान करेगा। नोडल अधिकारी अरविंद किरमानी ने बताया कि पंजाब से जम्मू-कश्मीर में मूव करने के लिए उद्यमियों को 15 दिन में एक बार अपने खर्चे पर कोविड टेस्ट करवाना भी अनिवार्य होगा। यही नहीं एक संस्थान के केवल दो लोगों को ही मूव करने की अनुमति होगी।
कठुआ प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार अब तक देश के दूसरे राज्यों में फंसे जम्मू-कश्मीर के करीब 100723 लॉकडाउन के दौरान प्रवेश कर चुके हैं। यही नहीं 30 हजार से अधिक लोगों को इस दौरान क्वारंटाइन किया गया। जिला प्रशासन ने कोरोना प्रकोप पर काबू पाने के लिए कोरोना सैंपल जांच के लिए मोबाइल लैब प्रवेश द्वार पर ही स्थापित की है, वहीं यहां 100 से अधिक क्वारंटाइन केंद्र भी स्थापित किए गए है। पहले इन केंद्रों में यात्री को 14 दिन तक क्वारंटाइन किया जाता था परंतु अब सैंपल रिपोर्ट आने तक ही रखा जाता है। यहीं नहीं पिछले दिनों क्वारंटाइन सेंटर में एक मरीज की मौत हो जाने पर प्रशासन ने इन केंद्रों में सुविधाओं में और इजाफा कर दिया है।