...सोशल मीडिया से एक हुई भारत-पाक की अवाम, जानिए क्या है मामला!
गुलाम कश्मीर के पत्रकार शेर अली अंजुम ने सोशल मीडिया एकाउंट पर कहा कि महिला का शव सड़क के रास्ते उसके घर पहुंचाने के बजाय एलओसी पर किसी जगह पर प्रक्रिया पूरी हो।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : भारत- पाक के बीच तनाव के बावजूद सोशल मीडिया दोनों तरफ की अवाम के बीच संवाद संपर्क और सहयोग बनाए हुए है। यही कारण है कि बोबडांग (लेह) से लापता एक महिला का शव गुलाम कश्मीर से मिला। सोशल मीडिया पर जैसे ही शव मिलने की बात फैली तो तीन दिन में लौटाने की प्रक्रिया पूरी हुई। इस मामले में भारत-पाक की नौकरशाही कहीं भी हावी होती नजर नहीं आई। मानवता की जीत हुई।
बोबडांग से 30 वर्षीय खैरुनिसा 26 अगस्त को लापता हुई। परिजनों ने काफी तलाश किया, लेकिन कहीं नहीं मिली। पति अब्बास ने तुर्तुक पुलिस चौकी में लापता होने की शिकायत दर्ज करा दी। लेह और कारगिल में पोस्टर लगवाए गए। परिजनों को लगा कि कहीं वह शयोक दरिया में न डूब गई हो इसलिए एलओसी पार बाल्तिस्तान के चौराबट में रहने वाले रिश्तेदारों को सूचित कर दिया। आठ सितंबर को चौराबट में ग्रामीणों ने दरिया में एक महिला का शव तैरते देखा। वहां रहने वाले खैरुनिसा के रिश्तेदारों ने पहचान लिया। पाकिस्तान के अखबार में महिला के शव के बरामद होने की खबर छपी। उसमें कहा गया कि लद्दाख से आने वाले दरिया में एक शव मिला है।
गुलाम कश्मीर के पत्रकार शेर अली अंजुम ने सोशल मीडिया एकाउंट पर कहा कि महिला का शव सड़क के रास्ते उसके घर पहुंचाने के बजाय एलओसी पर किसी जगह पर प्रक्रिया पूरी हो। लेह और दिल्ली में कुछ लोगों ने लद्दाख प्रदेश के उपराज्यपाल आरके माथुर के संज्ञान में बात लाई। पुलिस से संपर्क किया तो उन्होंने अनभिज्ञता जताई। लद्दाख प्रदेश में नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता सज्जाद करगली ने खैरुनिसा के शव की बाल्तिस्तान में मिलने की जानकारी साझा करते हुए टवीट किया। पीपुल्स डेमाक्रेटिक पार्टी के नेता वहीद उर रहमान पारा ने सज्जाद के ट्वीट पर जवाब देने के साथ ही उसमें केंद्रीय विदेश मंत्रालय और पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान को भी टैग कर दिया।
इस बीच, पाकिस्तान की महिला पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता मेहर तरार ने भी एक ट्वीट करने के साथ ही गिलगित-बाल्तिस्तान के गृहसचिव मोहम्मद अली रंधावा से संपर्क किया। रंधावा ने बताया कि शव को स्कर्दु के अस्पताल में रखा गया है। सेना के अधिकारियों को इस बारे में सूचित कर दिया है। सोशल मीडिया पर चली कवायद का असर हुआ और सुबह उड़ी सेक्टर में चिलियाना के पास पाकिस्तानी सैन्याधिकारियों ने आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए खैरुनिसा का शव भारतीय सैन्याधिकारियों के हवाले कर दिया। अलबत्ता, देर शाम गए तक यह पता नहीं चल पाया था कि खैरुनिसा के परिजन शव लेने उड़ी आए हैं या कश्मीर प्रशासन सेना की मदद से शव लद्दाख भेजेगा।